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पड़ोसन चाची की चुदाई उनके ही घर

 



मेरा नाम अनिकेत है मेरी उम्र 20 साल है, और मेरे लंड की साइज 6″ लंबा और 2″ मोटा है जिससे मैं सभी प्यासी चूतों की प्यास बुझाता हूँ।

जिन पड़ोसन आंटी की चुदाई मैंने की उनका नाम है काशिमा. मैंने उन्हें चाची कहता था. उनकी उम्र है 38 और उनकी शादी हो चुकी है, और उनकी दो लड़कियां हैं. आपको तो पता है मुझे शादीशुदा औरतें बहुत पसंद है। उनका फिगर बहुत मस्त है उनका फिगर 36-34-36 इस तरह से है और उनका बदन एकदम से गोरा है और बहुत कोमल है।

अब आते हैं कहानी पर!

एक दिन चाची के पति और बेटियां सब उनके किसी रिश्तेदार के पास 2 से 3 दिन के लिये गए थे. तब चाची ने मुझे उनके घर सोने के लिये बुलाया.
मैं तैयार हो गया क्योंकि उनके और हमारे काफी गहरे संबंध थे, तो उन्होंने मुझे बुलाया था।

हब मैं उनके घर गया तब वो मेरी ही राह देख रही थी. मैं जाने के बाद हमने थोड़ी बातें की, फिर मैंने उनसे कहा- मैं कहाँ सोने वाला हूँ?
तब उन्होंने कहा- हम दोनों मेरे रुम में यानि बेडरूम में ही सोने वाले हैं.
तब मैंने उनसे कहा- ठीक है, तो चलो सोते हैं।


तो चाची बोली- तुम आगे चलो, मैं आई.
मैं अंदर गया तो उन्होंने रुम एकदम साफ और फ्रेश करके रखा था, जैसे कि आज कुछ स्पेशल है।
फिर मैंने अपनी टीशर्ट उतार दी और बेड पे लेट गया।

चाची जरा ज्यादा ही खूबसूरत बन कर अंदर आ गई, तब उन्होंने साड़ी पहनी थी और एकदम मस्त लग रही थी. वो आकर मेरे पास बेड पर लेट गई। हम दोनों ने थोड़ी बातें की. फिर मैं बातें करते करते सो गया।

थोड़ी देर बाद मुझे कुछ महसूस हुआ. तब मैं जाग गया तो चाची मेरे लंड को सहला रही थी और उनके बूब्स को अपने हाथों से रगड़ रही थी।

तब मैं सीधा लेटा ही पड़ा रहा. पर जब मुझसे बर्दाश्त नहीं हुआ तो मैंने चाची को अपनी तरफ खींचा और उनके लबों को अपने मुंह में ले लिया. मैं चाची को किस करने लगा.

तब हम दोनों करीब 5 मिनट तक किस करते रहे और एक दूसरे को प्यार से सहलाते रहे. मैं पहले चाची की पीठ पर उनके ब्लाउज़ के अंदर हाथ डाल कर सहलाता रहा।

फिर हम एक दूसरे से अलग हो गए और मैं उनकी साड़ी को धीरे धीरे उनके सीने से नीचे लाने लगा. तब वो मुझे किस करके मेरे बालों में हाथ फेर रही थी और मुझे प्यार कर रही थी। मैंने उनकी साड़ी उतार दी. मैं उनके बूब्स को उनके ब्लाउज़ के ऊपर से ही सहलाने लगा. तब चाची भी बहुत मजा ले रही थी और वे आहें भरने लगी- आ..आ..ई … स … अनिकेत करो ना … जल्दी करो!

चाची तड़प रही थी और मैं वो तड़प बुझने नहीं देना चाहता था।

फिर मैंने चाची के ब्लाउज़ के हुक्स खोले तो उनकी अंदर सफेद ब्रा दिखने लगी. मैं उसके उपर से ही उसे किस करने लगा और उनके बूब्स के निपल्स को निचोड़ता रहा।

मैं थोड़ा नीचे आकर चाची के पेट को किस करने लगा. जब मैंने चाची की नाभि को किस किया तो वे एकदम से तड़पी और आ … करके चिल्लाई मानो उन्हें किसने करंट दिया हो।

फिर मैं उनको किस करते हुए नीचे आ गया और उनके पेटिकोट का नाड़ा खोल दिया और धीरे धीरे नीचे होने लगा. अब चाची मेरे सामने काले रंग की पैंटी थी. फिर मैंने उनका पूरा पेटीकोट निकाला और उनके पैर को किस करने लगा और उन्हें गर्म करने लगा.

मैं चाची की जाँघों के बीच में किस करने लगा तो वे बहुत तड़पने लगी और उनकी पैंटी पूरी तरह से गीली हो गई. उनकी चड्डी से एकदम कामोत्तेजक गंध आने लगी. मुझे वो खुशबू अच्छी लग रही थी.
तब मैंने उनकी पैंटी निकाली और उसे चाट लिया और चाची की चूत का पानी पूरा साफ कर दिया.

फिर चाची मुझसे बोली- ओ … पैंटी क्या चाट रहा है? मेरी चूत चाट!
मैं चाची की चूत पे से हाथ फेरने लगा और उनकी चूत में उंगली डाल के उन्हें मजा दे रहा था।

फिर मैं उनकी चूत पे अपनी जीभ को फेरने लगा तो उन्होंने एक मादक सी आवाज निकली- आ … ओ … आ!

मैं चाची की चूत को चाटने लगा पर उनकी चूत के बाल बढ़े हुए थे इसलिये मुझे ज्यादा मजा नहीं आया. फिर भी मैंने उनकी चूत चाट के, उनकी चूत में अपनी जीभ डाल के उनकी चुदाई की और वो झड़ गई. मैंने उनका पूरा पानी पी लिया और उनकी चूत को साफ किया.
तो अब चाची जरा शांत हो गई।

मैंने उनको अपने ऊपर चढ़ा दिया और उनके ब्लाउज़ को निकाल के उनकी ब्रा को खोल दिया. अब मेरे सामने चाची के दो आम उनका स्वाद देने के लिये तैयार थे.
तब मैंने उनके एक बूब को अपने मुंह में ले लिया और दूसरे को सहलाने लगा और उसके निप्पल को निचोड़ता. और मुंह में लिये मम्मे को मैं कभी उसकी निप्पल को काटता तो कभी प्यार से चूसता.

और मैंने फिर से चाची को गर्म करके चुदाई के लिये तैयार किया. अब वे मेरे सामने पूरी नंगी हो चुकी थी। मैं भी सिर्फ चड्डी में आ गया था.
तब चाची मेरे सीने को चूमती हुई नीचे गई और मेरे नाभि को किस किया. तब मुझे भी बहुत मजा आ गया और मैं भी आवाज निकालने लगा ‘आ … आह …स्श्सस …’ और मजे लेने लगा।

फिर उन्होंने मेरी चड्डी के ऊपर से ही मेरे लंड को किस किया. तो मानो मुझे ज़न्नत नजर आने लगी और उन्होंने मेरी चड्डी निकाल दी. मेरा 6″ लंबा लंड आज़ाद हो गया और उनके सामने हिलने लगा.

तब चाची ने अपनी जीभ के ऊपरी भाग से मेरे लंड के सुपारे को चाटना शुरू किया तो मेरा थोड़ा पानी बाहर आ गया. फिर उन्होंने उसे पूरी तरह से अपने मुंह में ले लिया और अपने मुंह को आगे पीछे करने लगी. और मैं भी ऊपर होकर उसे अंदर डालता रहा.

फिर मैं खड़ा हो गया और उनको नीचे बिठाया और जोर जोर से धक्के मारने लगा और पूरा पानी उनके मुंह में ही छोड़ दिया. चाची ने भी उसे बड़े आनंन्द से पी लिया और मेरे लंड को साफ कर दिया.

मैं अभी तक पहली बार झड़ा था, और चाची दो बार झड़ चुकी थी।

फिर हम दोनों जरा शान्त हो कर लेटे रहे और एक दूसरे को किस करते रहे और मस्ती करते रहे।

अब हम दोनों चुदाई के लिये तैयार थे. मैंने चाची को नीचे लेटने को कहा और मैं बैठ गया. मैंने उनकी चूत फिर से एक बार चाट ली और पानी से गीली कर दी.

फिर मैंने उनके पैरों को ऊपर किया और उनकी चूत को मेरे लंड के सामने लाया. अब मैं चाची की चूत पर अपना लंड फेरने लगा तो उन्हें बहुत मजा आने लगा. चाची सिसकारियाँ भरने लगी.
जैसे ही मैंने अपना लंड अंदर डाला, चाची चीखी- ओ माँ … आ!

तो मैंने उनके बूब्स को सहलाना शुरू किया. फिर मैंने एक शॉट में मेरा पूरा लंड अंदर डाला और अंदर बाहर करने लगा.
चाची धीरे धीरे आवाज निकालने लगीं- उम्म्ह… अहह… हय… याह… आ … उ … ओ … उइ माँ … करो जोर से करो. फाड़ दो आज अपनी चाची की चूत को अनिकेत … आज मैं तुम्हारी हूँ, जो करना है. करो … जोर से करो!

तब मैंने उनके पैर अपने कन्धों पर रखे और चाची की चुदाई करता रहा.

फिर मैंने चाची को अपने ऊपर लिया और मेरा लंड उनकी चूत में डाला और चोदता रहा। फिर मैं उनके पीछे से गया और एक पैर ऊपर किया और चुदाई करता रहा।

इस तरह हमने बहुत सारी स्टाइल और पोजीशन में चुदाई की और करीब 20 मिनट तक हम चुदाई करते रहे।

चाची को बहुत मजा आ रहा था और मुझे भी चाची की चूत चुदाई करने में बहुत मजा आ रहा था. इस दौरान वे एक बार झड़ चुकी थी अब मेरी बारी थी तो मैंने स्पीड बढ़ाई और ज़ोर ज़ोर के धक्के दे कर पूरा पानी उनके चूत में ही छोड़ दिया और उनके ऊपर ही लेटा पड़ा।

मैं चाची को किस करता रहा और उनके मम्मे चूसता रहा और बहुत मजा लिया।

लेकिन अभी चाची भतीजे की चुदाई का खेल ख़त्म नहीं हुआ था, अभी भी हमें बहुत कुछ करना था।

मेरी पड़ोसन चाची की चुदाई स्टोरी के पहले भाग में आपने पढ़ा कि कैसे मेरी पड़ोसन चाची ने मुझे अपने घर रात को सोने के लिए बुलाया क्योंकि वे अकेली थी.
बीच रात में चाची मेरे लंड से खेलने लगी और हम दोनों ने ओरल सेक्स के बाद चूत चुदाई की.
अब आगे:

फिर हम दोनों फिर से गर्म हो चुके थे.
चाची ने कहा- मुझे गांड में लंड लेना बहुत अच्छा लगता है और मजा भी आता है.
मैं भी तैयार हो गया और उन्हें किस किया.

चाची अपने चूतड़ में सामने ऊपर उठा कर घोड़ी जैसी हो गई. क्या बताऊँ दोस्तो … चाची की गांड इतनी बड़ी थी कि मैं देख कर मस्त हो गया.
फिर मैंने चाची की गांड को किस किया, उनकी गांड की छेद पे लंड रखा और उनके बूब्स को दबाने लगा.

फिर मैं चाची की चूत में उंगली डाल कर चुदाई करने लगा तो वो आवाज निकाल रही थी- आ … उम्म्ह… अहह… हय… याह… आहा!
और मुझे बड़ा मजा आ रहा था.

फिर मैंने मेरे लंड पर थूक लगाकर चाची की गांड में आधा घुसा दिया. चाची की गांड में लंड घुसते ही उन्हें तेज दर्द हुआ, वो चिल्लाई- उई मर गयी … निकालो निकालो.
तब मैं रुक गया. मैं चची की चूत में उंगली करके मजा देने लगा.

फिर मैंने अचानक एक धक्के में अपना पूरा लंड चाची की गांड में अंदर तक घुसा दिया. और फिर धीरे धीरे अंदर बाहर करने लगा.
कुछ देर बाद चाची को गांड चुदाई में मजा आने लगा तो वे भी आगे पीछे होकर मेरा साथ दे रही थी और आवाज निकाल रही थी- आह … उह … सीशस!

इस तरह से मुझे और भी मजा आ रहा था।

पूरे कमरे में बेड हिलने से कच पच की आवाज आ रही थी और हम दोनों मदमस्त हो रहे थे।

फ़िर करीब 20 मिनट की गांड चुदाई के बाद मैं झड़ गया और अपना पूरा गर्म गर्म लावा मैंने चाची की गांड में ही छोड़ दिया.

उस तरह से मैंने अपनी पड़ोसन चाची के तीनों छेद चोद कर उन्हें पूरी तरह से अपनी बना लिया।

कुछ देर आराम से लेटने के बाद मैंने चाची से कहा- चाची, मुझे 69 पोजीशन में सेक्स करना बहुत पसंद है.
तो बोली- ठीक है!
और चाची मेरे ऊपर लेट गई.

मैंने चाची की चूत को चाटना शुरू किया और उन्होंने मेरे लंड को चूसना शुरू किया. फिर करीब बीस मिनट के बाद हम दोनों साथ में ही झड़ गए और चाची की चूत का पूरा पानी मैंने पी लिया। हम दोनों ने बहुत मजा लिया, बहुत आनंद लिया.

मेरे लिएवो रात बहुत हसीन थी. कभी ना सोची हुई बात मेरे साथ सच हो चुकी थी।

फिर हम दोनों एक दूजे को किस करके नंगे ही साथ में सो गए.

सुबह हुई और जब मैं जागा, चाची नहा धोकर तैयार थी. चाची तब भी बहुत मस्त लग रही थी. चाची की जवानी देखकर मैं तो भूल ही गया था कि मुझे घर जाना है।
मैंने चाची को बांहों में ले लिया और फिर से किस किया.

चाची ने मुझे कहा- आज रात फिर से आना सोने … फिर मजा करेंगे।
फिर चाची बोली- और हाँ … आते वक्त कंडोम लेकर आना. मुझे उससे भी मजा लेना है.
तो मैं बोला- ठीक है.
और चला गया।

उस दिन मैं दोनों के लिये सेक्स पॉवर की गोली लेकर गया था जिसके खाने से औऱ भी ज्यादा मजा आया.

मैं चाची की चूत के बाल साफ़ करने के लिये एक हेयर रिमूवल क्रीम भी ले गया था. मैंने जल्दी आकर चाची की चूत के बाल मैंने अपने हाथों से साफ़ किये क्योंकि मुझे शेव की हुई चूत बहुत पसंद है।


मैंने दिन में चाची के लिये कुछ खास शॉपिंग की. मैंने उनके लिए काले रंग की एक हॉट ब्रा और पैंटी ले ली. और चाची कभी मैक्सी नहीं पहनती थी इसलिये उनके लिये लाल रंग की एक हॉट की मैक्सी भी ली थी।
चाची ने मुझे कंडोम लाने को कहा था तो मैं मेडिकल स्टोर से कंडोम का पैकेट भी ले लाया था. मुझे तो चॉकलेट बहुत पसंद है इसलिए मैंने वही फ्लेवर के कंडोम लिये और कुछ चॉकलेट भी लिये.
मैंने कुछ सेक्स की गोलियां ली और सबसे महत्वपूर्ण … चाची की चूत पे बहुत सारे बाल थे इसलिए मैंने वहाँ से एक हेअर रिमूवल क्रीम भी ली क्योंकि मुझे शेव की हुई चूत ही पसन्द है.

फिर मैं सीधा चाची के ही घर गया और अपने घर कॉल करके बता दिया कि मैं सीधा चाची के यहाँ जा रहा हूँ।

मैं उनके घर गया और बेल बजाई. चाची आई और दरवाजा खोल के मुझे देख मुस्कुराने लगी. चाची ने मुझे बहुत मस्त सी स्माइल दी.

जब मैं अंदर गया तो चाची ने पूछा- इतना सब क्या ले आया मेरे लिए इन बैग्स में?
तो मैंने कहा- यह आपके लिये सरप्राइज है.
चाची बोली- ठीक है.

मैंने उनसे कहा- तुम्हारे लिए और एक चीज लाया हूँ.
तो वे बोली- क्या?
मैंने उन्हें हेअर रिमूवल क्रीम दिखाई.

तो चाची बोली- ये किसलिये?
तब मैंने उनसे कहा- तुम्हारे पास एक चीज है जो मुझे नापसन्द है.
तो वो बोली- ठीक है, तो तुम्ही उसे हटा दो।
चाची मेरी बात समझ गई थी क्योंकि मैंने उन्हें कल ही रात चुदाई करते हुये उनके चूत के ऊपर के बालों के बारे में कहा था.

तब करीब रात के 8 बजे थे और हमारे पास बहुत समय था. मैंने चाची की साड़ी को निकाल दिया. चाची को सिर्फ ब्लाउज़ पेटीकोट में देख मैं गर्म होने लगा. फिर भी मैंने कंट्रोल किया और मैंने चाची का पेटिकोट भी निकाल दिया.

अब मैं चाची को ब्लाउज और पेंटी में बाथरूम में ले गया. वहां मैंने चाची की पैंटी को भी उतार दिया. चाची की चूत उभरी होने के कारण बहुत मस्त नजारा दिख रहा था. मैंने देखा कि चाची की चूत गीली हो चुकी थी.
मैंने चाची की चूत को चाटा और साफ कर दी.

फिर मैंने बाल सफा क्रीम चाची की झांटों पर लगा दी और 10 मिनट के बाद सारे बाल साफ कर दिए.
अब तो मेरी सेक्सी चाची की चूत पाव रोटी की तरह चिकनी और फूली हुई दिख रही थी. मुझे जो चीज चाहिए थी वो मिल गई थी.

चाची की चूत के बाल साफ़ करके हम दोनों ने शॉवर लिया और बाहर आ गए. तब मैंने मेरी नाईट ड्रेस पहन ली. पर उनके पास नाईट के कोई और कपड़े नहीं थे.
तब मैंने उन्हें अपनी लाई हुई ब्रा पैंटी और मैक्सी पहनने को दी.

चाची बहुत खुश हो गई और मुझे किस करने लगी. तब चाची के नंगे बदन पर सिर्फ एक तौलिया ही था. मुझे बहुत मस्त लग रहा था.

वो अंदर गई और थोड़ी देर बाद चाची मेरे दिए कपड़े पहन कर बाहर आई. वो जन्नत लग रही थी … बहुत हॉट लग रही थी … मुझे बहुत मस्त लग रहा था.

चाची ने मुझसे पूछा- मैं कैसे दिख रही हूँ?
तब मैंने कहा- बहुत मस्त दिख रही हो।

उसके बाद हम दोनों ने खाना खाया और बातें करने लगे.

कुछ देर बाद चाची हम दोनों के लिए दूध लायी तो मैंने उन्हें सेक्स वाली गोली दे दी.
उन्होंने पूछा- किस चीज की गोली है यह?
तो मैंने कहा- तुम खा लो, थोड़ी देर बाद पता चलेगा यह तो!
चाची ने गोली खा ली और मैंने भी.

फिर हम मूवी देखने लगे. तब वहाँ पर एक हॉट गाना चल रहा था. तो हम गर्म होने लगे और धीरे धीरे हम पर गोली का असर होने लगा था.
हम दोनों एक दूजे को देख रहे थे.

तब करीब 10 बज चुके थे. मैं फ्रिज में से बर्फ लेकर बेडरूम में रख आया. फिर मैं बाहर आकर चाची को अपनी गोद में उठा कर किस करते हुये बेडरूम में ले गया और बेड पर लिटा दिया.

फिर मैंने चॉकलेट खोली और उसकी एक साइड उनके मुंह में रख कर दूसरी तरफ से अपने मुंह में लेने लगा. तो बहुत मजा आ रहा था। चॉकलेट खाते खाते हम दोनों दूसरे के लब आपस में जुड़ गये और हम एक दूजे को किस करने लगे.

चाची उनके हाथ को मेरे बालों में डाल के मुझे बहुत प्यार करते हुए किस कर रही थी. मानो उन्होंने मुझे अपना पति ही मान लिया था. मैं भी उनको उनके ऊपर लेट कर किस कर रहा था।
हम बहुत मजा ले रहे थे.

करीब 10 मिनट तक हम किस करते रहे थे। और जब हम किस कर रहे थे तब चॉकलेट का रस एक दूसरे के मुंह में छोड़ रहे थे और एक दूजे में डूब रहे थे।

अब मैं उनके मेक्सी के ऊपर से ही उनके बदन को मसलने लगा और उनकी गर्दन को किस करते करते नीचे आने लगा. मैं उनके पूरे बदन को उनकी मेक्सी के ऊपर से ही किस करता रहा और उन्हें पूरी तरह से गर्म कर दिया था.

चाची भी सिसकारियाँ भर रही थी- आ … उ … ई …
और कह रही थी- आई लव यू अनिकेत!
इस तरह से उसके मुंह से आवाज आ रही थी.

अब मैं उनकी मैक्सी को नीचे से उठाने लगा और उनके पैरों को किस करते हुए ऊपर आ रहा था. चाची आहें भर रही थी- आ … आ … ई!

इस तरह से मैं किस करते हुए चाची की नंगी जांघों तक पहुँच गया. उनका बदन तड़प रहा था और वे सिसकारियां भर रही थी. मुझे बहुत मजा आ रहा था.

फिर मैंने उनकी मैक्सी को और ऊपर किया और उनकी नाभि को, पेट को किस करने लगा. तब वे बहुत ही तड़पने लगी और जोर जोर से आहें भरने लगी- अनिकेत, ज्यादा मत तड़पाओ.

पर अब तक हम झड़े नहीं थे क्योंकि हमने सेक्स पावर वाली गोली खाई हुई थी।

फिर मैं और ऊपर गया और उनके बूब्स को ब्रा के ऊपर से ही किस करते हुए चूसने लगा और मजा लेता रहा.

कुछ देर बाद मैंने चाची की मेक्सी निकाल दी. अब वे मेरे सामने सिर्फ ब्रा और पैंटी में मेरी शिकार बन कर मुझसे चुदने के लिए पड़ी थी.

तभी एकदम से पता नहीं चाची को क्या हुआ … वो मेरे ऊपर चढ़ गई और मेरे सारे कपड़े उतार दिए. जब वे मेरी नाभि को किस कर रही थी, तब मैं बहुत जोर से सिसकारियां भर रहा था और उनसे कह रहा था- आई लव यू चाची … मुझे आपने जन्नत दिखा दी. लव यू चाची!
इस तरह से मैं भी मजा ले रहा था।

अब मैं उनके सामने सिर्फ़ चड्डी में और वे मेरे सामने ब्रा और पैंटी में थी. मैंने उन्हें नीचे लिटा दिया और जो बर्फ मैंने लाकर रखी थी, उसमें से एक टुकड़ा लिया और उनकी गर्म छाती के ऊपर फिराने लगा.
तब चाची बहुत तड़पने लगी.

फिर मैं उसे वैसे ही फिराता रहा और जब सारी बर्फ पिघल गयी तो दूसरा टुकड़ा लेकर मैं चाची की नाभि के आसपास फिराने लगा.
वो जोर जोर से तड़प रही थी और मजा ले रही थी.

फिर मैंने उस बर्फ को नाभि के छेद में ही छोड़ दिया और उनकी नाभि को फिर से किस करने लगा.
इसके बाद मैं और नीचे हो गया तो उनकी पैंटी के ऊपर से ही चूत पर फिराने लगा. चाची बहुत हिलने मचलने लगी क्योंकि ठण्डी बर्फ का पानी चूत में जा रहा था तो वो वासना से तड़प रही थी.
उस बर्फ का सारा पानी चाची की चूत में ही गया क्योंकि उनकी चूत बहुत उभरी हुई है.

फिर उन्होंने मुझे नीचे लिटाकर पहले मेरी नाभि पर और फिर चड्डी की ऊपर से मेरे लंड पर बर्फ फिराने लगी. तो मैं भी बहुत तड़प रहा था.
इस तरह से हमने बर्फ से बहुत मजा लिया.

अब हमारी असली चुदाई की कहानी आगे है, अब तक हमारा रोमांस था।

चाची मेरे ऊपर थी, मैंने उनके बूब्स को दबाना और मसलना शुरू किया तो वे आहें भरने लगी और मेरे ऊपर ही मचलने लगी. तब चाची की चूत मेरे लंड पर ही थी तो मुझे बहुत मजा आ रहा था।
फिर मैंने उठ कर चाची की ब्रा के हुक खोले और उनके बूब्स को आजाद किया और चूसने लगा.
चाची सिसकारियां भरने लगी- आ … आ … आह!
फिर हमने एक दूजे को किस किया।

और फिर उन्होंने मुझे खड़ा किया और मेरे लंड को मेरे अंडरवीयर के ऊपर से ही चूसने लगी. फिर चाची ने मेरी चड्डी उतारी तो मेरा छह इंच लंबा और दो इंच मोटा लंड उनके मुँह के सामने सलामी दे रहा था.

अब चाची ने मेरे लंड के टोपे को चाटना शुरू किया तो मुझे मानो जन्नत मिल गई. मुझे बहुत मस्त मजा आ रहा था और मैं उनके सर पे से हाथ फिरा रहा था.

फिर उन्होंने मेरे पूरे को चाटा, फिर धीरे धीरे उसे अपने मुंह में लेकर चूसने लगी. मुझे खूब मजा आ रहा था.
मैं उनका सिर पकड़ के लंड को उनके मुंह में अंदर तक डाल रहा था और उन्हें कह रहा था- चाची चूस मेरा लंड … और तेज चूस!
चाची भी जोर जोर से मेरा लंड चूस रही थी.

तब करीब 10 मिनट तक उन्होंने मेरा लंड चूसा पर किसी तरह का पानी नहीं निकला और लंड अभी भी तन के ही खड़ा था.

फिर हमने आपस में किस किया और चाची बेड पर लेट गई।

अब मैं उनकी पैंटी के ऊपर से ही चाची की चूत को चाटने लगा. वे जोर जोर से सिसकारियां भरने लगी- आह … उ…ई … उइ … मा!
इस तरह से आवाज निकाल रही थी.

मैं धीरे धीरे से उनकी पैंटी नीचे लाने लगा और मेरे सामने उनकी शेव की हुई चूत आने लगी. चाची की चूत पूरी तरह से गीली हो चुकी थी और मुझे पता था कि अब वे 10 से 15 मिनट में झड़ जायेंगी.

तो मैं भी एकदम पागल की तरह चाची की चूत पे टूट पड़ा, उनके दोनों पैरों को फैला दीया और अपने मुंह को चाची की चूत की ऊपर रख दिया और चाटने लगा. बीच बीच में ही मैं उनकी चूत में उंगली करता रहा और अपनी जीभ से उनकी चूत को चोदता रहा.

चाची भी मेरे मुंह को अपनी चूत पे दबा रही थी और जोर जोर से आवाज निकाल रही थी- आ..ओ … उह!
और उन्होंने अपनी चूत का पूरा पानी मेरे मुंह में ही छोड़ दिया और मैंने भी पूरा पी लिया.

अब चाची शांत हो गई और लेट गई।
मैं अब उनके बूब्स चूस रहा था तो कभी चाची की चूत सहला रहा था. उससे चाची फिर से गर्म हो गई.

तब मैंने उनको बेड पे सर बाहर ककरे लिटा दिया और मैं बेड के साथ खड़ा हो गया और उनके मुंह में मेरा लंड डाल के चाची का मुख चोदन करने लगा. चाची को और मुझे भी मजा आ रहा था. मैं करीब 15 मिनट में झड़ गया और पूरा पानी चाची के मुंह में छोड़ दिया.

ये पोज़िशन्स मुझे पता होने का कारण यह है कि मैं सेक्स वीडियो ज्यादा देखता हूं और जो सेक्स पोज़िशन्स हैं, उनके बारे ज्यादा पढ़ता हूं, उन्हें आजमाता हूँ और मजे लेता हूं और मेरे सेक्स पार्टनर को देता भी हूँ.

तब शांत होकर हम दोनों लेटे रहे. तब करीब रात के 12 बज चुके थे।

हमने थोड़ी बहुत मस्ती की और फिर से हम दोनों तैयार हो गए।

अब हम दोनों का एक ही टारगेट था चुदाई!
तो हम एक दूजे को किस करने लगे और मैं किस करते करते उनके बालों में हाथ डाल रहा था तो कभी पीठ पर फिरा रहा था.

फिर मैंने कंडोम का पैकेट निकाला और उसमें का एक कंडोम लेकर चाची से कहा- इसे मेरे लंड को पहनाओ.
उन्होंने पहना दिया.
मैं जो कंडोम लाया था उस पर कुछ उभार से थे मतलब कुछ काँटों जैसे था. इनसे रगड़ लगने से योनि उत्तेजित हो जाती है. मुझे चाची को तड़पाना था तो मैंने ऐसा कंडोम पहना.

अब मैंने उन्हें बेड पर लेटा दिया और उनके दोनों पैरों को फैला दिया. और उनकी गांड के नीचे तकिया लगा दिया जिससे चाची की चूत और उभर के ऊपर आ गई.
मैं धीरे से अपना लंड उनकी चूत फेरने लगा तो चाची कामुक आहें भरने लगी और तड़पने लगी.

फिर मैंने एक झटके में अपना आधा लंड चाची की चूत के अंदर डाला और वो चीखने लगी- आ … ओ … उ..मा … मर गई!
तब मैं उनको किस करने लगा और उनके बूब्स दबाने लगा.

और फिर मैंने जोर से एक झटका दिया तो मेरा पूरा लंड अंदर चला गया और चाची जोर से चिल्लाई- आह … उम्म्ह… अहह… हय… याह…

चाची की दर्द भरी आवाज से मैं बहुत उत्तेजित हो गया. फिर मैंने धीरे धीरे अंदर बाहर करना शुरु किया और चाची भी मस्त होकर चुदाई करवा रही थी, मेरा पूरा साथ दे रही थी.
वे आवाज निकाल रही थी- आ … उह … याह … उई … और जोर से!

इस तरह हमने कई आसनों में सेक्स किया. चाची ने मेरे ऊपर आकर तीन से चार पोज़िशन में चुदाई की.

कूट चुदाई के इस खेल में मैं दो बार और चाची भी दो बार झड़ी।

मुझे कंडोम की वजह से पूरा मजा नहीं आया था. तो मैंने फिर से एक बार रात के 2 बजे चाची को चोदा.
तब मैंने उनको नीचे लिटा दिया और लंड को चाची की चूत में डाल दिया और उन्होंने अपने पैर मेरी पीठ पर लपेट दिए थे, अपने हाथों से मुझे जकड़ लिया था, मेरे हर शॉट के साथ वो भी ऊपर नीचे हो रही थी.

मैंने करीब 20 मिनट तक चाची को चोदा और और पूरा पानी चाची की चूत में ही छोड़ दिया।

अब हम शांत हो कर लेटे. तब चाची कह रही थी- अनिकेत, तुम्हें पता है, मेरा बच्चे बंद होने का ऑपरेशन नहीं हुआ है. हमने जो दो दिन चुदाई की है उसमें तुमने सारा पानी मेरे अंदर ही छोड़ा है. और मुझे भी हम दोनों का बच्चा चाहिये.

तब मैं तो जरा डर गया पर उनसे कहा- कुछ प्रोब्लम नहीं ना होगी?
तो वो बोली- नहीं होगी. तुम अब मेरे बच्चे के बाप बनने वाले हो. इस खुशी और भी कुछ हो जाए।

फिर मैंने चाची की गांड मारी और ओरल सेक्स किया। गांड मारते समय उन्हें बहुत दर्द हो रहा था. पर बाद में उन्होंने बहुत मस्त मजा लिया डॉगी स्टाइल में! पूरा रूम हमारे सेक्स की वजह से मस्त हो गया था।

और ओरल सेक्स में हमने स्टैंडिंग, 69 और 68 सभी पोजीशन में सेक्स किया. हमने खूब मजा लिया और पूरा पानी दोनों ने एक दूजे के मुंह में छोड़ दिया. सबसे ज्यादा मजा स्टैंडिंग में लिया क्योंकि वो मैंने पहली बार किया था और चाची का वजन ज्यादा ना होने के कारण उसमें बहुत मजा आया।

उस रात हमने एक दूजे के इस तरह से प्यार दिया था कि हम बहुत दिनों के प्यारे कपल हों।

फिर करीब डेढ़ महीने के बाद चाची हॉस्पिटल गई तो उनकी प्रेगनेंसी की बात पक्की हो गई. हम बहुत बातें करते थे हमारे आने वाले बच्चे के बारे में!
उन्होंने मुझे प्रोमिस किया है कि वे मेरे साथ सेक्स का आनंद लेती रहेंगी और मुझे भी मजा देती रहेंगी।
धन्यवाद।

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