दीदी- हमारा प्लान काम आ गया.
मैं- चित्रा.. वैसे तुम भी ब्लो जॉब करते हुए अच्छी लगती हो.
दीदी- इसके लिए रात का इन्तजार करना पड़ेगा.
अविनाश- आलिया मेरे लंड का माल आने वाला है.
आलिया- इन्तजार करो जान.. वरना हम दोनों के कपड़े खराब हो जाएंगे.
आलिया ने जल्दी से टिश्यू पेपर लिया और लंड से लगा दिया. जीजा जी ने अपने लंड को हिलाया और रस छोड़ दिया. इससे जीजा जी के लंड का सारा रस टिश्यू पेपर में निकल गया.
अविनाश- आलिया सो गुड.
फिर आलिया जीजा जी के लंड को साफ करने लगी. तभी किसी ने हमारे अपार्टमेंट को नोक किया. इसलिए हम चारों अपनी जगह पर ठीक होकर बैठ गए. मैंने दरवाजा ओपन किया. हमारे सामने वेटर था, जो हमसे पूछने आया था.
वेटर- सर आप कुछ पीना चाहेंगे?
मैं- हां ठंडी वाइन लेकर आना.
फिर वो चला गया.. और वापस वाइन लेकर आया. हम चारों वाइन के पैग मारने लगे. कुछ देर बाद मैं खड़ा होकर बाथरूम जा रहा था, तभी बाथरूम से जिया बाहर निकली.
मैं जिया का हाथ पकड़कर वापस बाथरूम में ले गया.
जिया- राज क्या कर रहे हो.. कोई देख लेगा.
मैं- देख लेने दो.
वो कुछ बोले, उससे पहले मैंने जिया के होंठों पर एक उंगली रख दी, जिससे वो चुप हो गई और फिर हम दोनों किस करने लगे. करीब दो मिनट बाद जिया रुक गई.
जिया मुस्करा कर बोली- अन्दर मेरा ब्वॉयफ्रेंड इन्तजार कर रहा है.
मैंने जिया को घुमा दिया और उसके मम्मों को सहलाने लगा, जिससे जिया मदहोश होने लगी थी. लेकिन एक मिनट बाद उसने मुझे रोक दिया और फिर सेक्सी स्माइल करके चली गई.
उसके जाने के बाद मैंने पेशाब की और बाथरूम से बाहर आ गया. तभी मुझे वो हॉट फिंरगन दिखी, जो फेरी के बाहर अकेली खड़ी थी. मैं भी कुछ सोच कर उसके पास चला गया. मैंने उसके पास जाकर उससे हाथ मिलाया और अंग्रेजी में उसे अपना परिचय दिया.
इस कहानी को मजेदार बनाने के लिए अलीना की इंग्लिश को मैं हिन्दी में लिख रहा हूं.
मैं- हाय.. मायसेल्फ राज, मैं इंडिया से हूँ.
लेडी- मैं अलीना अमेरिका से.
मैं- नाइस नेम.
अलीना- थैंक्स.
मैं- आप अमेरिका में कहां पर रहती हैं?
अलीना- न्यूयॉर्क और तुम?
मैं- दिल्ली.
अलीना- तुम क्या करते हो?
मैं- मेरे डैड का बिजनेस है, इसलिए उनको बिजनेस में मदद करता हूं.
अलीना- नाइस.
मैं- और तुम क्या करती हो?
अलीना- ज्यादा खास नहीं मेरे पति एक कंपनी में मैनेजर हैं.
फिर हम दोनों एक दूसरे के साथ बातें करने लगे और कुछ समय में हम दोनों की दोस्ती हो गई. तभी अलीना का पति हमारे पास आया और अलीना उससे मेरा परिचय करवाने लगी. फिर कुछ देर बाद मैं वहां से अपने अपार्टमेंट में चला गया.
दीदी- किधर थे?
मैं- बाहर टहल रहा था.
अपार्टमेंट के अन्दर अपने फोन में म्यूजिक सुनते हुए अलीना के बारे में सोच रहा था. उस समय अलीना ने स्टाइलिश टी-शर्ट और शॉर्ट पहनी थी, जिसमें वो एकदम अलग हटके माल लग रही थी. अलीना दिखने में एकदम हॉट और सबसे ज्यादा सुंदर थी और उसके बात करने के अंदाज से लग रहा था कि वो बहुत स्टाइलिश और मॉडर्न थी.. वो बिल्कुल आलिया की तरह थी. पहली नजर में मुझे अलीना पसंद आ गई थी. मेरे अंदाजा से उसके ब्रा की साइज 34B थी. अलीना इतनी हॉट और सुंदर थी कि जिसके सामने मुझे तमन्ना भाटिया भी फीकी लगी.
कुछ ही देर बाद हम सब मफुशी द्वीप पर पहुंच गए. हम सभी अपने अपार्टमेंट से बाहर आ गए. अलीना मुझे देखकर स्माइल करने लगी.
वो कहते हैं न कि लड़की हंसी तो समझो फंसी.
इधर हम रात को रहने वाले थे, इसलिए मेरे पास अच्छा मौका था. हम सभी ने सेम टूर एजेंसी से थे, इसलिए हम दो दिन तक साथ थे. वैसे हम करीब सात कपल साथ थे, जिसमें सबसे ज्यादा मुझे अलीना पसंद थी.
जब हम सभी अपना लगेज लेकर फेरी से उतरने लगे, तो वहां पर हमारे लिए एक गाइड इन्तजार कर रहा था. वो गाइड हमें कानी बीच रिसॉर्ट में ले गया.
गाइड- आप लोगों के पास आधा घंटे का टाइम है.. बाद में हम सबसे पहले स्कूबा डाइविंग करेंगे.
वहां पर काउन्टर पर खड़ी एक लड़की ने हमें रूम की चाबी दे दी और हम सभी अपने कमरे में चले गए. कमरे में जाते ही मैंने लगेज रखकर दीदी को बांहों में पकड़ लिया.
चित्रा- राज अभी रहने दो, मुझे कपड़े चेंज करने हैं.
मैं- पहले टैक्स चुकाना पड़ेगा.
चित्रा दीदी सेक्सी स्माइल करके मेरे होंठों को चूमने लगीं और मैं भी दीदी के होंठों को चूमने लगा. तभी दीदी ने मुझे रोक दिया. वो बैग से कपड़े लेकर बाथरूम चली गईं और मैं ऐसे ही बेड पर लेट गया.
तभी मेरा फोन बज उठा.. जो डैड का था इसलिए मैंने फोन उठाया.
मैं- हाय डैड!
डैड- हाय क्या कर रहे हो!
मैं- कुछ ख़ास नहीं.
डैड- कब आने वाले हो?
मैं- तीन-चार दिन बाद.
डैड- राजीव का फोन था वो पांच दिन बाद तुम्हारे रिश्ते की बात करने आ रहे हैं.
मैं- डैड मुझे आपको कुछ बताना है.
डैड- क्या?
मैं- मैं एक लड़की से प्यार करता हूं.
डैड- कौन है वो?
मैं- आलिया.
डैड- यह बात तुमको हमें पहले बतानी थी.
मैं- मैंने सोचा घर आ कर आपसे और मॉम से बात करता हूं.
डैड- कब से ये चल रहा है?
मैं- करीब चार महीने से.
डैड- जब मैंने तुझे पहले रिया के बारे में बताया, तब तो तुमने नहीं बताया था.
मैं- रिया मेरी अच्छी दोस्त है.. इसलिए डैड.
डैड- तो अब आगे का क्या प्लान है?
मैं- मैं आलिया से शादी करना चाहता हूं.
डैड- ठीक है, मैं राजीव को मना कर देता हूँ. तुम्हारी दीदी किधर है.
मैं- दीदी अपने कमरे में होंगी.
डैड से इस बार मुझे झूठ बोलना पड़ा क्योंकि में डैड को कैसे बताता कि दीदी मेरे कमरे में हैं और जीजा जी आलिया के साथ दूसरे कमरे में हैं. अगर डैड को पता चलेगा कि हम मालदीव में भाई-बहन, चुदाई का खेल रहे हैं.. तो पता नहीं डैड क्या करेंगे.. इसलिए झूठ बोलना सही था.
डैड- तुम दोनों एक दूसरे से प्यार करते हो?
मैं- हां.
डैड- ठीक है.. मैं तुम्हारी दीदी से तुम दोनों के रिश्ते के बारे में बात करता हूं.
डैड का कॉल कटते ही दीदी नहाकर बाहर आ गई थीं. दीदी ने शर्ट और पेन्ट पहनी थी.
चित्रा- किसका फोन था?
मैं- डैड का. डैड मजाक करते हुए बोल रहे थे कि अपनी दीदी को अच्छे से चोदना.
चित्रा- शटअप. वो क्या बोल रहे थे?
मैं- डैड मेरे रिश्ते के बारे में बता रहे थे कि राजीव अंकल पांच दिन बाद रिश्ते की बात करने के लिए आ रहे हैं.
चित्रा- तो अब?
मैं- मैंने आलिया के बारे में बता दिया.
चित्रा- तो डैड क्या बोलें?
मैं- डैड हमारे रिलेशनशिप से खुश हैं और वो जल्द ही आपको कॉल करेंगे.
चित्रा- अच्छा हुआ कि डैड को तुमने बता दिया.. अब कोई प्रॉब्लम नहीं है.
मैं- अभी एक प्रॉब्लम है.
चित्रा- कौन सी.
मैं- रिया को पता चलेगा, तब वो मुझे कॉल करेगी और तब उसको मनाना मुश्किल होगा.
चित्रा- एक काम कर, रिया का नंबर सेंड कर.. मैं उससे बात करूंगी.
मैं- मैं ही उससे बात कर लूंगा, वरना हमारी दोस्ती भी टूट जाएगी.
चित्रा- तुम्हारी मर्जी.
फिर हम दोनों नीचे आ गए, जहां पर सिर्फ आलिया और जीजा जी नहीं थे.
मैं- अभी जीजा जी नहीं आए.
आकाश- वो अभी तुम्हारी गर्लफ्रेंड के साथ घपाघप कर रहे होंगे.
आकाश की बात सुनकर हम सब हंसने लगे. तभी आलिया और जीजा जी सामने से आते दिखे. वे हमारे पास खड़े हो गए. इतनी देर में अलीना और उसका पति जेसन भी आ गए.
फिर हम सभी गाइड के साथ समुद्र किनारे गए और सभी लोग हम स्कूबा डाइविंग करने के लिए खास कपड़े पहनने जाने के लिए वहां पर बने एक कमरे में आ गए. सभी लोग कपड़े बदल कर स्कूबा डाइविंग के लिए बने स्पेशल सूट पहनकर बाहर आ गए. हम सभी के लिए बड़ी सी स्पीड बोट खड़ी थी और साथ में दो और गाइड थे. हम सभी उस स्पीड बोट में सवार हो गए और फिर वो स्पीड बोट आगे बढ़ने लगी.
करीब पांच मिनट बाद स्पीड बोट रुक गई. करीब एक घंटे तक हम सभी स्कूबा डाइविंग का आनन्द लिया और वापस हम हमारे रिसॉर्ट में आ गए और कपड़े चेंज कर लिए.
अभी दोपहर के एक बजे थे, इसलिए हम रिसॉर्ट के होटल में चारों कपल बैठ गए. हमारे सामने अलीना और जेसन बैठे थे और मैं उसको तिरछी नजर से देख रहा था. मेरे पास चित्रा बैठी थी, उनके पास नताशा और नताशा के पास नीरज बैठा था. खाना खाने के बाद हम सभी अपने कमरे में चले गए और हम सभी को पता था कि कमरे में अब क्या होने वाला है.
कमरे जाकर में अन्दर से दरवाजा लॉक करके और हम दोनों बिना देर किए एक दूसरे को चिपककर ऐसे किस करने लगे.. मानो हम एक महीने से एक दूसरे से मिले ना हों.
किस करते समय दीदी ने मेरी टी-शर्ट निकाल दी और मैंने दीदी की शर्ट के बटन खोलकर उसे निकाल दिया. दीदी ने ब्लैक रंग की ब्रा पहनी थी, जिसमें दीदी बहुत ज्यादा सेक्सी लग रही थीं.
हम दोनों सेक्स करने में मशगूल हो गए. मैं दीदी की गांड को सहला रहा था. करीब पांच मिनट बाद मैंने दीदी को घुमाकर उनकी ब्रा को निकाल दिया और दीदी के कातिलाना मम्मों को पीछे से दबाने लगा, जिससे दीदी सीत्कार करने लगीं. मेरा खड़ा लंड पेन्ट पर टेन्ट बन गया था, जो दीदी अपनी गांड पर साफ महसूस कर रही थीं.
फिर दीदी ने नीचे घुटने के बल बैठकर मेरे पेन्ट को निकाला और इस काम में मैंने भी उनकी मदद की.
दीदी ने मेरी पेंट के साथ निक्कर भी निकाल दिया और मेरे खड़े लंड को देखकर सेक्सी स्माइल करके लंड को मुँह में ले लिया. फिर दीदी लॉलीपॉप की तरह बड़े मजे से लंड चूसने लगीं और मैं दीदी के बालों को पकड़कर धीमे से सीत्कार कर रहा था.
फिर मुझसे रहा नहीं गया.. इसलिए मैंने दीदी को खड़ा कर दिया और उनकी पेन्ट को निकाल दिया. फिर दीदी को बेड पर पटक कर उनकी चुदाई करने में लग गया. पहले मैंने बैग से कंडोम निकालकर लंड पर चढ़ाया. इसके बाद मैं दीदी के ऊपर चढ़कर उनकी पैंटी को निकाल दिया और उनके गुलाबी होंठों को चूमने लगा. मैं दीदी की गर्दन को चूमने में लगा था. वो भी मुझसे नागिन सी लिपटी हुई थीं. इस दौरान मैंने दीदी के गर्दन पर लव बाइट का निशान छोड़ दिए, जिससे दीदी छटपटाने लगीं, लेकिन उन्होंने मुझे कुछ नहीं कहा.
करीब पांच मिनट तक मैं उनके बदन को चूमता रहा और मम्मों को सहलाता रहा. अब मेरा लंड चुदाई के लिए पूरी तरह से तैयार था. इसलिए मैंने बिना देर किए चुत पर लंड सैट करके धक्का लगा दिया, इससे मेरा आधा लंड अन्दर घुस गया.
फिर मैं धीमे से दीदी को पेलने लगा, जिससे दीदी कामुक आवाजें करने लगीं. मैंने धीमे से चुदाई की शुरुआत करके अपनी स्पीड तेज कर दी. दीदी दोनों हाथों से मेरी पीठ को पकड़कर चुद रही थीं.
चित्रा- आहह उहह ओह राज फक फक आहह ओह सो गुड.
हम दोनों चुदाई के खेल में मशगूल थे, तभी दीदी का फोन बज उठा. जिससे दीदी रुक गईं और वहां पर पड़े फोन को देखने लगीं.
चित्रा- राज स्टॉप.. फोन बज रहा है.
मैं- बजने दो.
चित्रा- राज रुको.. शायद डैड का कॉल होगा.
दीदी की बात सुनकर मैं रुक गया और दीदी का फोन देखा, तो सच में डैड का कॉल था, इसलिए मैंने फोन दीदी को दे दिया.
फोन पर.
चित्रा- हैलो डैड.
डैड- हाय बेटा कैसी हो?
चित्रा- एकदम बढ़िया.
डैड- अविनाश कहां पर है?
चित्रा- डैड वो नहाने गए हैं.
दीदी और डैड फोन पर बात कर रहे थे और मैं दीदी के पास बैठकर दीदी के मम्मों को सहला रहा था और दीदी मुझे इशारे से मना कर रही थीं.
डैड- आज सुबह राज ने बताया कि वो और आलिया.. दोनों एक दूसरे से प्यार करते हैं और वो दोनों शादी करना चाहते हैं.
चित्रा- हां डैड वो दोनों शादी करना चाहते हैं और शायद हमें उन दोनों की शादी करवा देनी चाहिए.
डैड- अविनाश को पता है?
चित्रा- हां बस आप और मॉम की परमिशन चाहिए.
डैड- ठीक है जब तुम लोगों घूमकर आओगे, तब हम मिलकर बात करते हैं.
चित्रा- ओके डैड.
डैड- चल बेटा.. मैं कॉल रखता हूं अपना ख्याल रखना.
फोन कट गया.
चित्रा- थोड़े देर भी इन्तजार नहीं हो रहा था. कहीं डैड को पता चल जाता कि हम भाई-बहन मिलकर…
मैं- डैड ने क्या बोला?
चित्रा- तुम्हारी शादी जल्द होगी.
तभी मैंने खुशी से दीदी के गाल पर किस कर दिया.
मैं- मैं अभी आलिया को यह खुशखबरी दे दूं?
चित्रा- अभी रहने दे.. वो दोनों चुदाई कर रहे होंगे, बाद में बता देना. पहले हम अपना अधूरा काम पूरा कर लेते हैं.
मैंने दीदी को किस करते हुए लेटा दिया और फिर से अपने लंड को चुत पर सैट करके बिना देरी के घुसा दिया. इस अचानक हमले के लिए दीदी तैयार नहीं थीं, इसलिए वो चिल्ला उठीं.
चित्रा- आहह बहनचोद क्या कर रहा है?
दीदी के मुँह से गाली सुनकर मुझे बहुत अच्छा लग रहा था और मैं तेजी से दीदी को पेलने लगा. मैं दीदी को तेजी से लंबे झटके लगाते हुए चोद रहा था. कोई पांच मिनट बाद दीदी झड़ गईं और उनके झड़ने के बाद मैं भी झड़ गया.
मैंने दीदी के ऊपर से हटकर कंडोम निकालकर डस्टबिन में फेंक दिया और दीदी के पास लेट गया. हम दोनों एक दूसरे से चिपककर सो गए. जब मैं दीदी को चिपककर लेटा था, तब मुझे अलीना की हॉट फिगर नजर आ रही थी. अलीना को एक बार तो चोदना है. इनमें दो दिन में अलीना को किसी भी तरह से पटाना है ताकि मैं अपने लंड को उसकी चुत में डाल सकूं.
करीब छह बजे दीदी ने तैयार होकर मुझे उठाया. उन्होंने अभी शॉर्ट और टी-शर्ट पहनी हुई थी.
मैं- क्या हुआ?
चित्रा- अविनाश का कॉल था, वो सभी सेंड बैंक ट्रिप पर जा रहे हैं, तो जल्दी से तैयार हो जाओ.
मैं खड़ा होकर बाथरूम में जाने लगा और उसी समय दीदी की गांड पर एक चपत लगा दी. दीदी हंस कर मुझे मना करने लगीं. करीब बीस मिनट बाद मैं भी तैयार हो गया. मैंने इस समय शर्ट और नीचे से शॉर्ट पहनी थी. फिर हम दोनों बाहर आ गए और हम दोनों चलकर बीच पर आ गए. उधर वो तीनों जोड़े सेंड बैंक का आनन्द ले रहे थे. लेडीज अलग थीं और जैन्टस अलग बैठे थे. मैं जीजा जी के पास जाकर बैठ गया. मैंने शादी वाली बात जीजा जी को बता दी, तो जीजा जी भी इसके लिए राजी थे.
मेरी ये बात सबने सुन ली थी.
नीरज- बधाई.
मैं- थैंक्स.
आकाश ने मजाक करते हुए कहा- राज सुहागरात के रात हम तीनों को जरूर बुलाना, हम साथ मिलकर आलिया को पेलेंगे.
मैं- शटअप.
अविनाश ने मजाक करते हुए कहा- अभी तो उसे मैं पेल रहा हूँ.
मैं- क्या जीजा जी आप भी ना.
अविनाश- हम मजाक कर रहे हैं यार.. उस दिन तुम ही मेरी बहन आलिया को पेल लेना.
ऐसे हम चारों मजाक मस्ती करते हुए हंस रहे थे, तो उधर वो चारों भी हंस रही थीं. हम बहुत देर से बात कर रहे थे, तभी लेडीज खड़ी होकर चली गईं. उनके पीछे हम चारों भी जाने लगे. तभी एक दोस्त का फोन आ गया है, इसलिए मैं वहीं पर रुक गया.
करीब पांच मिनट दोस्त से बात करने बाद कॉल कट गया. फोन रखते ही अलीना और जेसन दोनों मेरे पास आ गए.
अलीना- क्या हम इधर बैठ सकते हैं?
मैं- जरूर.
वो दोनों एक साथ बैठ गए और हम तीनों इधर-उधर की बातें करने लगे. शायद अलीना भी मुझे लाइक करती थी. तभी जेसन को किसी का कॉल आ गया और वो किसी काम से चला गया.
हम दोनों वहां बैठकर बात कर रहे थे. मुझे अलीना को देखकर अभी ऐसा मन कर रहा था कि अभी अलीना को चोद डालूं.
अलीना- वैसे यह सभी तुम्हारे दोस्त हैं?
मैं- हां.
अलीना- राज मैंने तो अपने पति से तुम्हारा परिचय करवा डाला, तुम कब अपनी वाइफ से परिचय करवा रहे हो.
मैं- जल्द ही.
मैं अलीना की बात से में विचार में पड़ गया क्योंकि अलीना मुझे दीदी के साथ देखा है. अलीना जिसको मेरी बीवी समझ रही है, वो मेरी बहन है. मेरी होने वाली बीवी अभी किसी और की गर्लफ्रेंड है. अब यह सच तो मैं अलीना को नहीं बता सकता था, इसलिए अलीना की नजर में अभी दीदी को ही अपनी बीवी बनाना ठीक रहेगा. बाद में सही मौका देखकर सच बता दूंगा.
हम दोनों बात करने में मशगूल थे. तभी मेरे फोन पर चित्रा दीदी का फोन आया. वो खाना खाने के लिए मुझे बुला रही थीं.
हम दोनों खड़े होकर साथ में रिसॉर्ट में चले गए. वो अपने कमरे में चली गई और मैं उन लोगों के पास आ गया. इस दौरान हम दोनों ने अपने फोन नंबर शेयर कर लिए थे. मैं चित्रा दीदी के पास बैठ गया और हम सभी मिलकर खाना आर्डर करने लगे.
अविनाश- यहां पर सभी को मजा तो आ रहा है न!
नीरज- हां बहुत ज्यादा.
आकाश- किसमें मजा आने की पूछ रहे हो अविनाश? इधर घूमने में या अपनी नई गर्लफ्रेंड को पेलने में?
नताशा- क्या आकाश.. तुम किधर भी शुरू हो जाते हो.
अविनाश- सबसे ज्यादा मजा तो राज कर रहा है. शादी भी फिक्स हो गई और नई गर्लफ्रेंड के साथ पूरा दिन मजा कर रहा है.
मैं- जिसके साथ शादी फिक्स हुई है, उसके साथ तो आप मजा कर रहे हैं.
आलिया- अविनाश शायद जलन हो रही है.
जिया- अच्छा भाई से सीधा अविनाश.
आलिया- अभी तो भाई मेरे ब्वॉयफ्रेंड हैं.. इसलिए मैं उनको उनके नाम से बुला रही हूँ.
आकाश- जिया तुम भी मुझे आकाश कहकर बुलाना.
नताशा- ओके नीरज.. अब तो तुम भी मुझे आज नताशा कहकर बुला सकती हो.
अविनाश- चित्रा तुम क्यों चुप हो.
चित्रा- अब तुम लोग बोल रहे हो, तो मैं क्या बोलूं?
तभी हमारा खाना आ गया और हम खाना खाते हुए बात करने लगे. आधे घंटे बाद हमारा खाना हो गया था. अब बारी थी कमरे में जाकर घमासान चुदाई की.. जिसके लिए हम बिल्कुल तैयार थे. लेकिन उससे पहले हम सभी रिसॉर्ट के बाहर खुले आसामान के नीचे चंद्रमा की रोशनी में साथ बैठकर ड्रिंक्स कर रहे थे. अभी आठ लोग को डिस्टर्ब करने के लिए कोई नहीं था. इस समय शायद अलीना और जेसन दोनों कमरे में चुदाई का आनन्द ले रहे थे.. मतलब जेसन शायद अभी अलीना को पेल रहा होगा. वैसे यह सिर्फ मेरे मन का ख्याल था.. क्योंकि मैं अलीना को चोदना चाहता था.. इसलिए मुझे उसकी याद आ रही थी. अलीना के बारे में सोचकर मेरे अन्दर खलबली मच गई.
अविनाश- चलो एक खेल खेलते हैं.
आकाश- कैसा खेल?
अविनाश- आज हम अपनी पार्टनर के बारे में बताएंगे, वो भी सिर्फ चुदाई के समय के बारे में.
नताशा- यह कोई खेल थोड़ा है.
नीरज- मुझे तो कुछ समझ नहीं आया.
अविनाश- मतलब तुम्हें नताशा के बारे में बताना है.
मैं- सबसे पहले कौन बोलेगा.
अविनाश- मैं ही शुरूआत करता हूं.
मैं- ओके डन.
अविनाश- आज मेरी प्यारी बहन आलिया मेरी गर्लफ्रेंड है. आलिया की कातिलाना स्माइल दिमाग में खुशी पैदा कर देती है. आलिया जब चलती है, तब उसकी गांड को देखकर दिल की धड़कन बढ़ जाती है.
ये सुनकर आलिया थोड़ा शर्मा गई और हम सब धीमे से मुस्कराने लगे. जीजाजी अपनी बात जारी रखते हुए आगे कहने लगे.
अविनाश- आलिया के होंठों को किस करने पर ऐसा लगता है कि मानो मैं किसी अप्सरा को किस कर रहा हूं. आलिया जब अपने कपड़े उतारती है, तब मेरा लंड एकदम से तन जाता है. आलिया के मम्मों को दबाने में बहुत मजा आता है.. और उससे भी ज्यादा मजा उसको चोदने में आता है. आलिया जब नग्न अवस्था में बेड पर लेटी होती है.. तब ऐसा लगता है कि दिशा पाटनी चुदने के लिए लेटी हो. आलिया जब चुदते समय कामुक आवाजें करती है, तब मेरा जोश और ज्यादा बढ़ जाता है.
मैं- हम्म.. अब आलिया तुम्हारी बारी है.
आलिया- थैंक्स अविनाश. मैंने कभी स्वपन में भी नहीं सोचा था कि मैं अपने भाई के साथ सेक्स करूंगी. जब पहली बार मैंने अविनाश को नग्न अवस्था में देखा था, तब मुझे अन्दर से अजीब लग रहा था. भाई दिखने में तो बड़े शरीफ लग रहे थे, लेकिन जब वो मेरी चुदाई करते हैं.. तो ऐसा लगता है मानो पोर्नस्टार मुझे चोद रहा हो. सबसे ज्यादा भाई मेरी गांड पेलते हैं.
चित्रा- हां ये तो है.. गांड मारने में सभी मर्दों ने पीएचडी की हुई है.
चित्रा दीदी के मुँह से ये सुनकर सब हंसने लगे.
अब बारी थी नीरज की, इसलिए वो अपनी बहन नताशा के बारे में सोच रहा था.
नीरज- नताशा जब मुस्कराती है.. तब ऐसा लगता है कि मानो कैटरीना कैफ मुझे सेक्सी स्माइल दे रही हो. दीदी के चूचे देखकर मेरा लंड खड़ा हो जाता है. जब मैं दीदी के होंठों को चूमता हूँ.. तब मैं अपना होश खो देता हूँ. दीदी की चुत को देखकर मेरा दिल जोरों से धड़कने लगता है. दीदी जब मेरा लंड चूसती हैं.. तब मुझे बहुत अच्छा लगता है और उससे भी ज्यादा मजा दीदी की चुत चुदाई करने में आता है.
आकाश- नताशा अब तुम्हारी बारी है.
नताशा- पता है मुझे.
ऐसे सभी एक दूसरे के पार्टनर के बारे में बताते हुए मजा लेते रहे. अब हम दोनों भाई-बहन की बारी थी.
मैं- मेरी दीदी जब मुस्कराती हैं, तब मुझे बहुत अच्छा लगता है. पहले तो मैंने कभी गौर से दीदी की फिगर के बारे में नहीं सोचा था.. लेकिन जब पहली बार चित्रा दीदी मेरे सामने नग्न अवस्था में थीं, तब मेरा लंड एकदम लोहे के सरिये की तरह टाइट हो चुका था. जब पहली बार मैंने चित्रा बहन के मम्मों को अपने हाथ में लेकर सहलाये, तब ऐसा लग रहा था कि पूरी रात बस दीदी के मम्मों को दबाता रहूँ. दीदी के नग्न फिगर को देखकर मेरे अन्दर की हवस पूरी तरह से बेकाबू हो जाती है. दीदी की चुत में जब पहली बार मेरा लंड गया था, तब अजीब सा आनन्द मिल रहा था.. मानो मैंने पहली बार तमन्ना भाटिया के साथ सेक्स किया हो. सबसे ज्यादा मुझे मजा आया, जब मैं पहली बार दीदी की गांड मार रहा था और दीदी दर्द के मारे चिल्ला रही थीं.
अविनाश- चित्रा अब तुम्हारी बारी.
चित्रा- राज दिखने में सुंदर और हैंडसम है और साथ में बहुत फिट भी है. जब मैंने पहली बार नग्न अवस्था में देखा तब अन्दर से मुझे अजीब फीलिंग हो रही थी. जब मैंने पहली बार राज का लंड देखा, तब मुझे थोड़ा झटका सा लगा कि राज का लंड अविनाश के लंड से भी बड़ा है. उस समय मेरे सामने आलिया पहली बार मेरे भाई राज से चुदने वाली थी.. पता नहीं राज आलिया का क्या हाल करेगा. जब राज आलिया को धनाधन चोद रहा था और वो चिल्ला रही थी, तब मुझे अन्दर से थोड़ा डर लग रहा था कि इससे चुदकर मेरा क्या हाल होगा. अब तक मैंने कभी अविनाश से भी अपनी गांड नहीं मरवाई थी और जब राज ने मेरी कुंवारी गांड में लंड घुसाया था, तब ऐसा लग रहा था कि किसी घोड़े का लंड मेरी गांड में घुस गया है. मुझे यकीन नहीं हो रहा था कि मेरा भाई मेरी गांड को बेरहमी से चोद रहा था. वो वैसे तो पहले एकदम जैन्टलमेन लगता है.. लेकिन जब चुदाई करता है, तब मानो साला पूरा जानवर बन जाता है.
मैं दीदी के मुँह से अपने बारे में सुनकर मस्त हो रहा था और मुझे दीदी के रूप में अलीना दिख रही थी.
हम सभी एक दूसरे की बात सुनकर मुस्करा रहे थे और फिर पैग मारने में लग गए. अब मेरा मन चुदाई का हो रहा था, इसलिए मैं खड़ा हो गया. मैंने अपनी बहन चित्रा को सबके सामने दोनों हाथों से उठाया और सबको गुड नाइट कहकर चला गया.
आकाश- लो एक शेर तो भूखा हो गया.
अविनाश ने आलिया के दूध सहलाते हुए कहा- हां अब हमें भी चलना चाहिए.
मैं दीदी को उठाकर अपने कमरे की ओर ले जा रहा था.
चित्रा- आजकल तुम ज्यादा ही क्रेज़ी हो गए हो.
मैं- सबके मुँह से चुदाई की बात सुनकर मेरा मन होने लगा था.
चित्रा- सब हमारे बारे में सोच रहे होंगे.
मैं- यही ना कि मैं अपनी गर्लफ्रेंड को अन्दर जाकर चोदने वाला हूँ.
चित्रा मुस्करा कर- चल नॉटी कहीं का.
हम दोनों ने कमरे में जाते ही एक दूसरे से खेलना शुरू कर दिया. मैंने दीदी को नीचे उतारा और कमरे का दरवाजा लॉक कर दिया. मैं दीदी के पास जाकर उन्हें किस करने लगा, लेकिन दीदी ने मुझे रोक दिया और मुस्कराने लगीं.
चित्रा- पहले मैं नहा लूं.
मैं- मैं भी साथ चलता हूँ.
चित्रा- नो थैंक्स.
फिर दीदी बाथरूम में चली गईं और मैं बेड पर बैठकर फोन इस्तेमाल करने लगा. मैंने फोन में आज सुबह जो जीजा जी और आलिया की वीडियो रिकॉर्ड की थी, वो देखने लगा और अपने लंड को सहलाने लगा. आलिया जब जीजा जी का लंड चूस रही थी.. तब कितनी सेक्सी लग रही थी.
करीब दस मिनट बाद दीदी एकदम सेक्सी अंदाज में बाहर आ गईं. इस समय दीदी ने सिर्फ लाल रंग की ब्रा और पैंटी पहनी थी. मैंने दीदी को यूं देखा, तो फोन बंद कर दिया. वो अभी फुल मूड में थीं.. क्योंकि इसकी आधी वजह ड्रिंक्स का असर था. मैं झट से खड़ा हो गया और दीदी मेरे पास आ गईं.
मैं- यू आर सो सेक्सी जानू.
दीदी- यू टू माय लव.
हम दोनों चिपककर किस करने लगे और तभी दीदी ने मेरी शर्ट निकाल दी. दीदी ने मेरे बदन को चूमते हुए मुझे बेड पर धक्का दे दिया. अब तक मैं दीदी को बेड पर पटकता था.. मगर आज दीदी मुझे पटकने में लगी थीं. इसका मतलब आज दीदी मस्त चुदाई के मूड में थीं. दीदी ने ड्रावर से वायग्ररा की गोली निकाल कर मुझे दे दी. मतलब आज रात वो जी भर कर अपने भाई से चुदने की मस्ती में थीं.
फिर दीदी ने बड़ी अदा से अपनी ब्रा और पैंटी निकाल दी और मम्मे हिला कर मुझे दिखाने लगीं. मैं लंड सहला कर अपनी बहन के मस्त मम्मों को थिरकता हुआ देख रहा था. फिर दीदी ने बेड पर चढ़कर मेरी शॉर्ट निकाल दिया और साथ ही मेरी निक्कर भी निकाल दी.
मैं दीदी को देख रहा था और वो मेरे खड़े लंड को हाथ में लेकर मुझे सेक्सी स्माइल देकर लंड को मुँह में लेकर चूसने लगीं. चित्रा दीदी बड़े मजे से मेरे लंड को चूस रही थीं और मैं धीमे स्वर से सीत्कार कर रहा था.
वायग्ररा के असर और दीदी के ब्लो जॉब से मेरा लंड बहुत टाइट हो गया था.
करीब पांच मिनट तक दीदी मेरे लंड को चूसती रही थीं. फिर वो मेरे ऊपर चढ़ गईं. मैंने भी अपने खड़े लंड को उनकी चुत पर सैट कर दिया और दीदी की कमर पकड़कर झटका लगा दिया. दीदी ने भी लंड को अपनी चुत में ले लिया था. लंड अन्दर लेते ही दीदी भी गांड उछालकर चुदने लगी थीं. उसी समय दीदी ने मुझे मेरे होंठों पर किस किया. मैं भी उन्हें किस करते हुए धक्का लगाने में जुट गया. इस समय मेरे दोनों हाथ दीदी की मखमली गांड पर जमे हुए थे. कभी मैं जोश के साथ दीदी को धक्का लगाता, तो कभी वो उछलकर लंड से चुदने लगती थीं.
अभी वायग्ररा का फुल असर होने लगा था.. इसलिए मैं दीदी को अपनी बांहों में जकड़कर तेजी से चोदने लगा.
करीब दस मिनट बाद मैंने दीदी को घोड़ी बना दिया और उनके पीछे से उनकी गांड में लंड घुसा दिया. दीदी गांड में लंड लेते ही कराह उठीं.. लेकिन दो ही झटकों में दीदी ने लंड झेल लिया था. अब मैं दीदी की गांड पर चपत लगाकर उनकी गांड मार रहा था.
इस समय दीदी को वाइल्ड सेक्स से बहुत मजा आ रहा था. वो सीत्कार करते हुए गांड पर पड़ने वाली चपत से दर्द को झेल रही थीं. चित्रा बहन के चूचे हवा में झूल रहे थे.
चित्रा- आहहह यस उह ओह फक फक आहहह ओह राज सो गुड. फक माय आस(गांड) हार्ड.. आहहह उम्मह ओ यस या…
मैं बड़ी तेजी से दीदी की गांड को पेल रहा था और वो चुदते हुए जोरों से कामुक आवाजें कर रही थीं.
फिर मैं दीदी को घुमाकर उनकी एक टांग को ऊंची करके लंड चुत में पेलने लगा. दीदी सेक्सी अंदाज से मेरी ओर देखकर चुद रही थीं.
इधर में जीजा जी की बीवी को पेल रहा था, उधर वो मेरी होने वाली बीवी को पेल रहे थे. हम चारों एक दूसरे की बीवी की ठुकाई कर रहे थे.. या यूं कहूँ कि हम चारों मर्द अपनी अपनी बहनों की ठुकाई कर रहे थे.
चुदाई की वजह से कमरे में फच फचफच फच की आवाजें गूंज रही थीं. करीब चालीस मिनट तक मैंने दीदी को बेरहमी से चुदाई की. फिर दीदी के कहने पर मैं उनके मुँह पर झड़ गया और दीदी ने मेरे लंड को चूसकर साफ कर दिया. उनके मुँह पर लंड का माल लगा था, जिस वजह से मेरे लंड का आधा माल उनके मुँह में चला गया था.
हम दोनों को चुदाई के खेल में एसी चालू होने के बावजूद पसीना आ गया था. लंड साफ़ होने के बाद मैं दीदी के पास लेट गया और वो खड़ी होकर बाथरूम चली गईं.
मैंने आज पहली बार इतनी देर तक चुदाई की थी. हम पूरी रात में करीब तीन बार चुदाई की, फिर दोनों एक दूसरे के बदन को चिपककर सो गए.
फिर सुबह के आठ बजे तैयार होकर दीदी ने मुझे उठाया, तब मैंने अपनी बहन चित्रा का हाथ पकड़कर उन्हें अपनी ओर खींच लिया.
चित्रा- रात का नशा अभी नहीं उतरा है.
मैं- तुम्हें देखकर नशा हो जाता है.
चित्रा- हमें यहां से आज जाना है.. इसलिए अब फ्रेश हो लो.
फिर मैं बाथरूम में जाकर नहाया और कपड़े पहनकर हम दोनों अपना लगेज लेकर कमरे से बाहर आ गए. वहां नीरज और नताशा अपने बैग के साथ खड़े थे. फिर वो चारों भी आ गए. उसके बाद हम वहां से सभी फेरी में बैठकर माले एटोल गए.. जहां हमने पूरे दिन घूमने का मजा लिया. हमने वहां स्कूबा डाइविंग, बोट राइडिंग और वहां के सुंदर लोकेशन घूमे. फिर शाम को हम वापस माले सिटी के अपने पेन्ट हाउस में आ गए. हम सभी बहुत थक गए थे, इसलिए सो गए. सभी लेडीज का आदेश था कि आज रात नो सेक्स. इसलिए हम चारों जैन्टस हॉल में सो गए और वो चारों कमरे में सो गई थीं.
अगले दिन सुबह हम सब उठे और साथ मिलकर ब्रेकफ़ास्ट करने लगे. नाश्ता करते समय हम बात भी कर रहे थे.
अविनाश- दोस्तों अब हमारे पास सिर्फ एक दिन है.. कल सुबह नौ बजे हमारी फ्लाईट है.
चित्रा- अविनाश आज जितना मजा करना है.. कर लो. बाद में सिर्फ एक ही चुत मिलेगी.
अविनाश- मेरे लिए एक चुत भी बस है.
इस बात पर हम सभी हंसने लगे. फिर हम सभी ने नाश्ता खत्म किया.
आकाश- आज जमकर चुदाई करेंगे.
मैं- आज हम सभी नग्न अवस्था में रहेंगे.
नीरज- यस गुड आईडिया.
मैं- जिया मेरे साथ कमरे आना चाहोगी.
जिया ने नीरज तरफ देखकर कहा- अब तुम्हें मना भी नहीं कर सकती.
मैं- नीरज क्या मैं जिया को ले जा सकता हूं.
नीरज- जरूर.
अविनाश- राज जिया को उसके कमरे में ले जाना.. ताकि हम चारों को पता चले कि कौन किसके कमरे में है.
मैं- ओके.. तो जिया चलें?
फिर हम दोनों खड़े होकर उसके कमरे में चले गए. हम सभी अपने नए पार्टनर के साथ कमरे में चले गए.
अब हमारी जोड़ी कुछ इस तरह थीं.
मैं और जिया, अविनाश और नताशा, आकाश और आलिया.. और नीरज व चित्रा थे.
हम सभी कमरों के अन्दर जाते ही लग गए.
मैं जिया के साथ कमरे में आकर उससे चिपक गया. हम दोनों किस करने लगे और जल्दी ही हम दोनों ने एक दूसरे के टी-शर्ट उतार दिए.
जिया ने इस समय ब्लैक रंग की ब्रा पहनी थी. मैंने जिया को घुमाकर उसकी ब्रा को निकाल दिया और जिया के मम्मों को दबाने लगा. वो धीमे से सीत्कार करने लगी.
कुछ मिनट हम दोनों पूरी तरह से नग्न अवस्था में हो गए. फिर मैंने जिया को बेड पर लेटाकर वायग्ररा की गोली खा ली और उसके ऊपर चढ़कर उसे बेरहमी से चोदने लगा.
करीब पचीस मिनट तक मैं जिया के साथ अलग-अलग पोजीशन में चुदाई करता रहा और आखिर में मैं जिया की गांड में ही झड़ गया.
करीब आधे घंटे तक हम दोनों आराम करते रहे. फिर चुदाई के बाद मैंने बाहर आकर देखा, तो सब हमारे आने का इन्तजार कर रहे थे.
जीजा जी ने मेरी तरफ देख कर मुस्कुरा दिया. मैंने कुछ नहीं कहा. हम सभी ने बाहर से खाना आर्डर कर दिया. इस समय हम सभी नग्न अवस्था में थे. कुछ ही देर में खाना आ गया, तो सब खाना खाने लगे. फिर अपनी अपनी बीवी के साथ कमरों में चले गए.
आलिया थकावट की वजह से सो गई थी. उसने मुझसे चुदाई की मना कर दी.
फिर रात को हम सब सभी ड्रिंक्स करके हॉल में ग्रुप सेक्स करने में लग गए. उस रात हम सभी ने एक दूसरे को देख देख कर चुदाई का मजा लिया. मैं चारों लेडीज को चोदा.
फिर सुबह हम सभी ने उठकर नाश्ता किया और तैयार होकर अपना सामान लेकर माले एयरपोर्ट पर पहुंच गए. नियत समय पर हम सभी फ्लाईट में अपनी सीट पर बैठ गए.
इन दिनों में हम सभी वे बहुत मजे किए थे. मालदीव के इस ट्रिप में हमने चुदाई का बहुत मजा किया था.
दोस्तों आखिर में हम सभी भाई-बहन की यह ग्रुप चुदाई की फिल्म अब पूरी हो गई है. इतने दिनों में वो चारों हमारे लंड लेने की आदी हो गई थीं. इस ट्रिप के दौरान मेरी और एक दोस्त बन गई थी और वो अलीना थी. लेकिन मैं उसे चोद न सका था. कभी मौका मिला, तो उसके साथ चुदाई की पूरी कोशिश करूंगा.
अब हम सभी हमारी शादी के बाद मिलेंगे अगर किस्मत ने चाहा, तो फिर कभी चुदाई का मजा होगा. अब तक तो मैंने उन चारों के साथ बहुत चुदाई का आनन्द लिया था, लेकिन अब घर जाकर मेरे लिए थोड़ा मुश्किल होने वाला था.
इस सेक्स कहानी का मजा यहीं पर समाप्त होता है. आप सभी मुझे मेल करके जरूर बताएं कि इस सेक्स कहानी का आपको सबसे ज्यादा कौन सा सीन पसंद आया है. मुझे तो सबसे ज्यादा मजा अपनी दीदी को गर्लफ्रेंड बनाकर चुदाई करने में आया था.

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