Header Ads Widget

Ticker

10/recent/ticker-posts

मौसेरे भाई बहन की गांड चुदाई की कहानी

  मेरी और सनी की चुदाई की कहानी बहुत लम्बी है. वो मेरे साथ ही रहता है तो वो मेरी रोज चुदाई करता है. इसलिए हम दोनों की चुदाई को लेकर सब कुछ बताना तो सम्भव नहीं है,

लेकिन आप लोगों की इतनी मांग आयी इसलिए मैं अपनी और सनी की चुदाई के दौरान एक बहुत ही रोचक वाकये को एक सेक्स कहानी के रूप में लिखने की कोशिश करती हूं.
मैं उम्मीद करती हूं आप लोगों को इसमें हुई चुदाई मस्त लगेगी.

दोस्तो, आपने पिछली कहानी में पढ़ा था कि किस तरह से मैंने और मेरे मौसेरे भाई सनी ने सुहागरात मनाई थी.

सनी ने किस तरह अपने लंड पर कामशक्ति बढ़ाने वाला तेल लगाकर मेरी चुत, गांड और चूचियों की बैंड बजाकर रख दी थी.
उस रात सनी ने देसी गर्ल की चुत चुदाई इतनी कर दी थी कि मैं अगले दिन ठीक से चल भी नहीं पा रही थी.

फिर सनी ने मेरे पूरे शरीर को अच्छे से गर्म पानी लेकर साफ किया और बोला था कि आज शाम हम पब्लिक सेक्स करेंगे.
उसकी ये बात सुनकर मैं कॉफी खुश हो गयी थी.

ये बात सुनते ही मुझे शादी के पहले वाली सीन याद आने लगे. मैंने सनी को एक जोरदार किस कर दी.

लेकिन मैं आज चुदने के लिए तैयार नहीं थी. मैंने सनी को सारी बात बताई.
सनी मान गया और पब्लिक सेक्स का प्रोग्राम हमने अगले दिन के लिए फिक्स कर दिया.

उस पूरे दिन हम दोनों ने खूब सारी मस्ती की. आप लोग सोच सकते हैं कि जब दो जवान जिस्म एक साथ हों तो कैसी मस्ती हुई होगी.
एक कपल में यदि लौंडिया मेरी जैसी गर्म माल हो तो मस्ती किस लेवल पर जा सकती है, इसका अंदाजा ही लगाया जा सकता है.

उस दिन सनी ने मुझे पूरे दिन नंगी ही रखा और सनी भी नंगा ही रहा. उस दिन सनी ने मेरे मुँह में ही 4 बार लंड डालकर मेरी मुँह की ही चुदाई की.
मैं भी बड़े ही प्यार से उसका सारा स्पर्म पी जाती थी.

उसी रात में सनी ने मेरी दोनों आर्मपिट में लंड फंसा कर मेरी बगलों की चुदाई की. मेरे शरीर में कोई भी ऐसी जगह नहीं बची थी, जिस पर सनी ने अपने लंड से प्रहार न किया हो और स्पर्म न छोड़ा हो.
उसने मेरे पूरे शरीर पर अपने स्पर्म की बौछार कर दी थी.

ऐसे ही मस्ती करते करते ना जाने कब हम सो गए.

एक बात और … सनी से आप लोगों से जब भी बात हो, आप उसे अपना साला ही मानना और मन करे तो बोल भी देना क्योंकि मैं तो आप लोगों की मुँह बोली बीवी हूँ ना!

अब आगे की देसी गर्ल की चुत कहानी:

सुबह जब मेरी नींद खुली तो 8 बज रहे थे. आज मैं एक अलग सी ताजगी सी महसूस कर रही थी. बिल्कुल फ्रेश सी हो गयी थी.
ऐसा हो भी क्यों ना … मेरे भाई ने अपने लंड से मेरी अच्छे से मसाज की थी. मैं खुश भी बहुत थी क्योंकि बहुत दिनों बाद आज मैं पब्लिक सेक्स का मजा लेने वाली थी.

हम लोगों ने पूरे दिन बातें की मस्ती. मैं प्लान कर रही थी कि हम दोनों पब्लिक सेक्स कहां करें.

शादी से पहले तो मैं कहीं भी चुद लेती थी. फिर वो चाहे अंधेरी गली हो या पार्क … हम कहीं भी शुरू हो जाते थे.
लेकिन यहां तो ये सब कर नहीं सकते थे.

फिर हम दोनों ने सोचा कि क्यों न आज पब में सेक्स किया जाए.
क्योंकि वहां पब्लिक भी होती है और वहां सेक्स करने में ज्यादा दिक्कत भी नहीं होगी.

हम दोनों ने पब जाने का प्लान बना लिया.
सनी मेरे लिए पब्लिक सेक्स के लिए एक शॉर्ट मिडी लेकर आया था जिसे देखकर मैं काफी खुश हुई.

मैं आप लोगों को बता दूं कि ये मिडी गहरे लाल रंग की थी और बहुत ही छोटी सी थी. इतनी छोटी कि शायद मेरी आधी गांड भी नंगी ही रह जाए. इस ड्रेस में देखकर कितनों की नींद खराब हो जाए, वो ऐसी ड्रेस लाया था.

साले मेरे भाई ने मुझे कभी अपनी बहन माना ही नहीं. उसके लिए मैं उसकी गर्ल फ्रेंड थी या उससे भी बढ़कर.
क्योंकि अभी तक सनी ने अपने गर्लफ्रैंड को शायद 2-3 बार चोदा होगा.
लेकिन मुझे तो वो डेली इतना ज्यादा चोद देता है कि मुझे खुद उससे हार माननी पड़ती है.
कभी कभी तो सनी एक दिन में मेरी 5-6 बार भी चुदाई कर देता है.

मुझे यह बात आजतक समझ नहीं आयी कि सनी इतना चोद कैसे लेता है.
अगर उसको मैं ना रोकूं तो वो रोजाना मेरी 7-8 बार अच्छे से चुदाई कर सकता है. मैं उसे तो कितना रोकूं, तब भी 3 राउंड से कम पर तो रुकता ही नहीं है.

उसका हर राउंड कुछ अलग ही होता है. जिसे देखकर ही मेरे अन्दर दुबारा से गर्मी आ जाती है.

हम दोनों सोफे पर बैठे प्लान कर रहे थे कि पब में कैसे कैसे चुदना है.
अगर मैं बताऊं तो मैंने अभी एक लॉन्ग टॉप पहना था. जिससे मेरी चुत और गांड भी ढकी हुई थी. सनी मुझे नीचे कुछ पहनने ही नहीं दे रहा था. वो भी सिर्फ लोअर पहने हुए ही था.

हम ऐसे ही प्लानिंग करते रहे और 3 बज गए.

तभी मैं बोली- मैं बाथ लेकर आती हूँ. फिर रेडी भी होना है.
सनी बोला- चलो बाथ लेने दोनों एक साथ चलते हैं.

मैं बोली- बिल्कुल नहीं … या तो तुम जाओ या मैं जाऊंगी.
सनी मेरी चूची ऐंठते हुए बोला- ऐसा क्यों बोल रही हो मेरी रानी … साथ में चलते है ना … मज़ा आएगा.

मैं बोली- बिल्कुल नहीं, साथ में बिल्कुल भी नहीं. साथ गयी तो तुम वहां भी चोद दोगे.
सनी हंस कर बोला- अच्छा ये बात … ये तो मेरी रानी गलत बात है.

मैं बोली- तुम्हें जो समझना है, समझो लेकिन साथ नहीं.
मगर वो मानने वाला कहां था. वो बोला- मैं भी साथ चलूंगा.
मैं बोली- बिल्कुल नहीं.

ये कह कर मैं बाथरूम की ओर भागी.
इतने में सनी भी उठा और मेरे पीछे दौड़ पड़ा.

लेकिन मैं उसके हाथ नहीं आई और जल्दी से बाथरूम में घुस कर आधा दरवाजा बंद करके उसको चिढ़ाने लगी.

वो फिर दौड़ा, लेकिन मैंने गेट बंद कर दिया और नंगी हो गई. मैं अपनी चूचियों को मसलती हुई नहाने में मस्त हो गयी.

मैं अपने मम्मे मसलती हुई अपने भाई सनी के बारे में सोचने लगी कि कितना प्यारा है मेरा भाई … कितना प्यार करता है मेरे से.

ये सब सोचते सोचते मैंने अच्छे से शॉवर लिया. अपनी गांड चुत को साफ़ किया और बीस मिनट के बाद बाथरूम से बाहर निकलने लगी.

तभी मेरे मन में एक शरारत सूझी और मैं भाई को ललचाने के लिए नंगी ही बाहर निकल गयी. अब आप लोग समझ सकते हो कोई लड़की जब बाथरूम से निकले, तो उस समय कितनी हॉट दिखती है. इधर मैं तो नंगी ही निकल कर पूरी आग लगाने का आइटम हूँ.

खैर … जैसे ही मेरे भाई की नज़र मेरे पर पड़ी, उसकी आंखें वासना से चौंधिया गईं.

वो दौड़ कर मेरे पास आया और बोला- वाह क्या बात है मेरी रानी. बहन हो तो तेरी जैसी … अपने भाई के खड़े लंड का कितना ख्याल रखती हो.

वो मेरे गले से लगने लगा.

मैं उसे दूर करते हुए बोली- ना ना … अभी बिल्कुल नहीं, अब जो होगा, सब पब में होगा.
ये कह कर मैं इतराते हुए जाने लगी.

उसकी जगह कोई और होता, तो मुझे पटक कर वहीं चोद देता.
लेकिन सनी कभी भी ऐसा नहीं करता है. इसलिए वो मुझे सबसे प्यारा है. वो जाते हुए मेरी गांड को घूर रहा था.

वो आह भरते हुए बोला- ये गलत बात है यार.
फिर मेरे आगे आकर सनी बोला- यार चुत पब में मार लूंगा … अभी तो गांड मार लेने दो.

मैं इठला कर बोली- बिल्कुल नहीं.
वो बोला- ऐसे मत तड़पाओ यार … देखो लंड का कैसा कड़क हो गया है.

उसने अपने लंड को बाहर निकाल दिया. उसका लंड बिल्कुल तन चुका था, जिसको देखकर मेरी चुत भी पनियाने लगी थी.

लेकिन मैं अपने आप पर कंट्रोल करते हुए बोली- बिल्कुल नहीं.
सनी बोला- यार दीदी, सिर्फ गांड मरवा लो.

लेकिन मैंने मना कर दिया और आगे चल दी.

सनी बोला- यार गांड मारने दो … नहीं तो मैं मासी को कॉल कर दूंगा.
मैं हंसते हुए बोली- अच्छा … और फोन करके क्या बोलोगे कि दीदी की गांड मारनी है!
वो चुप रहा और अपना लंड मसलता रहा.

मैं बोली- तुझे जिसको कॉल करना है, कर लो.
मैंने सोची थी कि ये सिर्फ मुझे धमका रहा होगा.

मगर उसने तो मेरी मॉम को कॉल लगा दिया.
मैं ये देखकर ही शॉक हो गयी कि ये मॉम से क्या बोलेगा.

मैं जब तक फोन पकड़ पाती, तब तक मॉम की फोन रिंग बजने लगी.
मॉम ने सनी का फोन उठाते हुए कहा-कैसे हो सनी बेटा … अब याद आयी अपनी मासी की.
सनी ने बोला- मासी, मैं आ रहा हूं.

ये सुनकर मॉम शॉक हो गईं और मैं भी कि अचानक क्या हो गया.
तभी मॉम बोलीं- क्यों क्या हुआ बेटे?
सनी बोला- मासी, आप बोली थीं ना कि जब तक जीजू नहीं आते … अपनी बहन का ख्याल रखना.

मेरी मां बोलीं- बिल्कुल बोली थी.
तो सनी बोला- देखो न मासी, दीदी मेरी एक भी बात नहीं मानती हैं और डांटती भी हैं.
मॉम बोलीं- अच्छा ये बात है. तू जरा मधु को फोन दे.

सनी ने फोन स्पीकर ऑन करके मुझे फोन दिया और मुझे पीछे से जाकर अपनी बांहों में दबोच लिया.

अब मैं कुछ बोल भी नहीं सकती थी कि नहीं करो. यदि बोलती तो मॉम को शक हो जाता.

मॉम की आवाज आई- मधु बेटा अपने भाई को क्यों परेशान करती हो … बेचारा कितना शरीफ है. थोड़ी बहुत बात मान लिया करो.

मैं मन ही मन सोचने लगी कि ये कितना शरीफ है … वो तो सिर्फ मैं ही जानती हूँ.
उस समय भी सनी मेरी दोनों गेंदों को उछाल रहा था. मैं मॉम से बात कर रही थी.

इतने में सनी मेरे सामने आ गया और मेरे सर को पकड़ कर मेरे होंठों को चूसने लगा. मॉम अभी भी कॉल पर ही थीं.

फिर मैं सनी से इशारे से बोली कि ये क्या कर रहे हो
मगर वो बिना कुछ बोले नीचे बैठ गया और अपने जीभ से मेरी जांघ पर से पानी की बूंदें चाटने लगा, जिससे मैं एकदम से सिहर गयी.

मेरे मुँह से अचानक निकल गयी- ये क्या कर रहे हो?
इतने में मॉम बोलीं- क्या हुआ?

सनी बोला- देखो न मासी … मैंने सिर्फ इस टेडीबीयर को उठाया, तो बोल रही है.
मॉम बोलीं- क्या मधु … तुम भी खेलने दो ना बेचारे को टेडीबीयर के साथ.

मैं मन ही मन बोली कि मॉम वो टेडीबीयर आपकी बेटी ही है.

मॉम की आवाज आई- सनी बेटा जैसे मन करे … तुम वैसे खेलो, तेरी दीदी कुछ नहीं बोलेगी … मैं हूँ ना.

मॉम की ये बात सुनकर मेरी हंसी निकल गयी और मैंने सोची कि कितनी भोली हो मॉम.
आप खुद सनी को मेरे साथ खेलने के लिए बोल रही हो.

सनी बोला- मासी, आप कॉल पर ही रहना और सुनना दीदी क्या क्या करती हैं.
मॉम हंसते हुए बोलीं- ठीक है बाबा.

मैं समझ गयी कि आज ये मेरी ऑन कॉल ही चुदाई करेगा.
उसकी इसी बात पर मैं फिदा थी. हमेशा मुझे सरप्राइज देकर मेरी चुदाई करता है. मैं भी उसको बहुत एन्जॉय करती हूँ.

इतने में सनी खड़ा हो गया.



मेरा भाई सनी मेरे गालों को चाटने लगा और धीरे धीरे मेरे सर को चाटते हुए मेरे दूसरे गाल को चाटने लगा.

अब मेरे अन्दर बैचनी बढ़ गयी. मैं कुछ बोल भी नहीं सकती थी. मॉम ऑन कॉल थीं.

सनी जब मेरी गर्दन को चाटने लगा, मैं तो जैसे बेकरार हो गयी. मैंने भी ना चाहते हुए भी सनी के सर को पकड़ लिया और उससे स्मूच करने के लिए आगे बढ़ी.

इतने में सनी बोला- देखो मासी, दीदी क्या कर रही हैं.
मॉम बोलीं- क्या कर रही हो बेटा?

मैं बिना कुछ बोले सनी को स्मूच करने लगी. सनी भी मुझे जकड़ कर और जोर से साथ दे रहा था. उधर मॉम बोल रही थीं- क्या हुआ बेटा?

फिर सनी ने फोन उठाकर हम दोनों के होंठों के पास रख दिया. अब मॉम हम दोनों की स्मूच की आवाज सुन रही थीं … और पता नहीं क्या सोच रही थीं.

बस मॉम इतना ही बोल रही थीं- हैलो क्या कर हो बेटी!

करीब 5 मिनट बाद हम एक दूसरे से अलग हुए. तब तक मॉम कॉल पर ही थीं.

सनी बोला- सुना मासी आपने दीदी क्या कर रही थीं.
मॉम बोलीं- कोई कुछ बोलेगा, तभी तो मुझे मालूम होगा कि क्या चल रहा है.

इतने में मैं बोली- मॉम वो मैं इससे …
इससे आगे मैं कुछ बोलती … सनी बोल उठा- देखा ना मासी … इतनी ठंड में दीदी आइसक्रीम खा रही थी … और इसने मुझे एक बाईट तक नहीं दी.

मॉम बोलीं- मधु बेटा, सनी को भी दे दो … भाई है तुम्हारा.
मैं बोली- ठीक है मॉम अभी देती हूँ.

मैं बोली- मॉम मैं आपसे बाद में बात करती हूं. पहले आपके लाड़ले को आइस क्रीम दे दूं.
सनी बोला- मासी बोल दो मुझे जितना खाने का मन है … उतना दे दे.

तभी मॉम बोलीं- बेटा ठंड बहुत है एक ही देना.
मैं बोली- ओके मॉम.

मैं फोन काट दिया और फोन काटते ही मैं उछल पड़ी.

मैं बोली- यार तुम न बिल्कुल पागल हो … मॉम के सामने ये सब कर दिया.
सनी आंख दबा कर बोला- मेरी रानी, यही तो सेक्स का ट्विस्ट है.

उसने मुझे गले लगाकर बोला- अब तो गांड मारने दोगी ना मेरी जान!
मैं बोली- बिल्कुल मेरे भाई तुमने तो हेड ऑफिस से ऑर्डर ले लिया है, जो दिल करे … तुम वो कर सकते हो.

ये कहते ही हम दोनों ठहाके मार कर हंसने लगे.

सनी मेरी गांड मसलते हुए बोला- यार मैंने बहुतों की गांड मारी है लेकिन मेरी बहन के जैसी आज तक गांड देखी ही नहीं.
मैं हंसती हुई बोली- अच्छा जी. जरा बताना तो कितनों की गांड मार रखी है तुमने!

सनी मेरे होंठों को चाटते हुए बोला- मेरी जान तुम्हें तो सब पता ही है. तुम एक बात बताओ, तुम भी इतनों के लंड से चुदी हो तुम्हें अभी तक सबसे अच्छा लंड किसका लगा!
तभी मैं बोली- जिसका लगा, मैं उसके साथ ही रहती हूं.

सनी बोला- अच्छा मेरी जान सच बोलो.
मैं बोली- हां, मैं चुदी तो बहुतों के लंड से हूँ लेकिन तेरे जैसा कोई नहीं है.

सनी बोला- ऐसी बात है रानी तो आज फिर से तैयार हो जाओ, आज मुझे तेरी गांड ही मारनी है.
सनी ने मेरी गांड पर एक जोर की चपाट मार दी.

मैं कराह कर बोली- आह क्या कर रहा है. साले बहन हूँ तेरी, कॉल गर्ल नहीं हूँ.
सनी बोला- तू सब कुछ है मेरी.

मैं बोली- मतलब!
वो बोला- तू बहन है मेरी.

मैं बोली- और!
तो सनी बोला- बीवी है मेरी … और दोस्त है मेरी … और कॉल गर्ल है मेरी. रंडी है मेरी. सब कुछ है तू मेरी.

मैं उसे प्यार से देखते हुए बोली- अच्छा जी … रंडी हूँ तेरी मैं?
सनी मुझको किस करते हुए मेरे होंठों को चबाते हुए बोला- क्यों नहीं है तू मेरी रंडी बोल!
मैं भी कामुक स्वर में बोली- बिल्कुल नहीं.

सनी मेरे होंठों को चाटते हुए एक हाथ मेरी चुत पर ले गया. उसका हाथ चुत पर पड़ते ही मैं विचलित हो गयी.

फिर वो धीरे धीरे मेरी चुत को सहलाने लगा, जिससे मेरे अन्दर की ज्वाला भड़क रही थी.

वो बोल रहा था- बोल तू मेरी रंडी है कि नहीं?
मैं मदहोशी में बोली- नहीं.

इतने में वो मेरी गर्दन को चाटने लगा और इसकी गर्म गर्म सांसों से मैं मदहोश हो रही थी.
मेरे मुँह से सिसकारी निकलने लगी थी.

इतने में सनी ने अपनी एक उंगली मेरी चुत में घुसा दी.
उसकी उंगली चुत में घुसते ही मैं तो मानो जैसे बिल्कुल कांप सी गयी.

मैं बोलने लगी- आह ऐसे मत करो यार … आह अब जल्दी से मेरी चुदाई कर दो.
वो मेरे होंठों को चाटते हुए बोला- तू मेरी रंडी है कि नहीं … बोल!

मैंने भी मदहोशी में बोल दिया- हां मेरे भाई मैं तेरी ही रंडी हूँ. अब मत तड़पा मुझे. जल्दी से फाड़ दे अपनी रंडी बहन की चुत.
इतने में वो मेरी चुत से हाथ निकलते हुए बोला- नहीं मेरी रंडी … चुत नहीं आज तो तेरी गांड मारूंगा.

मैं थोड़ी गुस्से में बोली- जो भी करना है कर दे … मेरे से अब बर्दाश्त नहीं हो रही है.
सनी बोला- मेरी रंडी, मेरा एक दोस्त तुझे चोदना चाहता है.

मैं बोली- अब कौन सा दोस्त है तेरा. तेरे दोनों दोस्त तो मेरी जवानी का रसपान तो कर ही चुके हैं. अब किस से चुदवाना चाहते हो?
वो बोला- वो तो तुम्हारा ही दोस्त है.

मैं चौंकते हुए बोली- यार मेरा कौन सा दोस्त … मेरे सारे दोस्त मेरी ले चुके हैं.
वो बोला- यार, वो तेरे इंस्टाग्राम का दोस्त है.

मैं फिर से चौंकते हुए बोली- तो इससे तेरा क्या फायदा होगा!
वो बोला- मेरी जान, उसकी बहन को मैं चोदूंगा और वो मेरी बहन को.
मैं बोली- ओके सोचूँगी … अभी तो पहले मुझे शांत कर.

वो नीचे बैठ गया और मेरी चुत को सूंघने लगा. उसने मेरी चुत पर जीभ को लगा दिया और चाटने लगा.

जैसे ही उसकी जीभ मेरी चुत पर पड़ी, मैं मानो मस्त हो गई. ऐसा लगा कि मेरी चुत को कोई अपना सा मिल गया हो.
वो मेरी चुत को मस्ती से चाटने लगा. मैं भी बिल्कुल खो गई थी और सनी का सर पकड़कर अपनी चुत में दबा रही थी.

मैं मस्ती के इस समागम में गोते लगा रही थी.

वो वैसे ही मेरी चुत चाटता रहा और मैं भी गांड आगे करते हुए चुत चटवा रही थी.

बीच बीच में वो मेरी चुत को अपने दांतों से काट लेता था, जिससे मैं एकदम से चिहुंक उठती और बोल देती- आह क्या कर रहा है बहनचोद … काट मत कमीने सिर्फ चाट.

करीब दस मिनट तक वो ऐसे ही करता रहा. फिर वो अपने जीभ से मेरी चुदाई करने लगा और मैं भी इस टंगफक में खो चुकी थी.

मुझे जीभ से चूत चुदवाना सबसे अच्छी चुदाई लगती है. मैं भी बिल्कुल मगन होकर चुद रही थी.

तकरीबन 15 मिनट बाद मेरे शरीर में ऐंठन सी होने लगी और मेरी सारी गर्मी चुत से लावा बनकर निकलने लगी.
सनी मेरी चुत की मलाई को ऐसे चाट रहा था, जैसे वो उसके लिए सोमरस हो.

धीरे धीरे वो मेरी चुत का सारा पानी पी गया.
मैं भी थोड़ी सी ठंडी हो गई.

इतने में सनी उठा और मेरी चूचियां मसलते हुए बोला- मेरी रानी, तूने तो अपनी चुत से अमृत निकाल दिया. लेकिन मैं तो अभी शुरू भी नहीं हुआ हूँ.
मैं उसके लंड को पकड़ते हुए बोली- ये साला तो हमेशा ही तैयार रहता है मेरी फाड़ने के लिए.

सनी बोला- रानी, तू चीज़ है ऐसी है.
मैं बोली- मेरे राजा भैया इसको अभी पैंट के अन्दर कर लो ना. तुम अपनी सारी गर्मी पब में ही उतार लेना.

सनी हंसते हुए बोला- मासी को फोन करूँ क्या!
मैं बोली- यार तू बहुत गन्दा है. कितना चोदेगा अपनी बहन को?

इतने में सनी मेरी गांड पर हाथ फेरते हुए बोला- मरते दम तक मेरी रानी.
मैं उसे प्यार से देखने लगी.

सनी बोला- ज्यादा मत तड़पाओ यार.
ये कह कर सनी ने मुझे वहीं पलंग पर झुका दिया और मेरी गांड चाटने लगा.

उसकी जीभ लगते ही मैं गुदगुदा गयी और सोची- मार दे बहनचोद … मैं सही में तेरी रंडी ही हूं.

इतने में उसने मुझे पलंग पर लिटा दिया और वो मेरी गांड को चाटने में बिजी ही गया.
मैं भी पूरा मजा ले रही थी.

वो अब अपनी जीभ को मेरी गांड की दरार पर ले गया.
उसके ऐसा करते ही मेरी आंखें मदहोशी से बंद हो गईं और मैं उस क्षण को शब्दों में बयान नहीं कर सकती.

वो तकरीबन 10 मिनट तक ऐसे ही करता रहा और ना जाने कब साले ने मेरी गांड पर क्रीम को लगा दिया. क्रीम के बाद लंड लगा तो सरकता हुआ अन्दर चला गया.

इतने में सनी अपने लंड को मेरी गांड की छेद पर टिकाया और मेरी कमर को दोनों हाथों से पकड़कर एक जोर का झटका दिया और लंड का का टॉप मेरी गांड में दाखिल कर चुका था.

क्रीम के बाद लंड लगा तो सरकता हुआ अन्दर चला गया. अब बारी मेरी चिल्लाने की थी. मैं दर्द से कसमसाने लगी.
मैं आगे कुछ बोलती, इतने में उसने दुबारा से जोरदार झटका दे मारा और पूरा लंड मेरी गांड को चीरते हुए घुस गया.

लंड ने मेरी गांड में जगह बना ली.
मैं दर्द से चिल्लाने लगी और जोर जोर से सनी को बोलने लगी- आह निकाल लंड साले … मेरी गांड फट गई.

दर्द के कारण मेरे मुँह से आह हहह ओह हहह की आवाज़ निकल रही थी.

मगर वो लंड आगे पीछे करने लगा, जिससे दर्द और बढ़ गया और मैं फिर अपने भाई को गाली देने लगी- साले निकाल लंड को … फट गई मेरी गांड … अपनी बहन विन्नी को क्यों नहीं चोदता.

मैं आप लोगों को बता दूं कि सनी की एक बहन है विन्नी … मस्त माल है साली और सनी उसे चोदना चाहता था.
विन्नी की जवानी भी एक मर्द की डिमांड कर रही थी, वो भी अब चुदना चाहती थी.

मैं विन्नी को सनी से चुदवाना चाहती थी और सनी भी अपनी बहन को चोदना चाहता था.

इसके बारे में मैं कभी और बताऊंगी. अभी इसी कहानी पर आती हूँ.

मैं दर्द से तड़फ रही थी और बोली- साले, अपनी बहन विन्नी की गांड क्यों नहीं मारता.
सनी बोला- मेरी जान मारना तो चाहता हूँ … लेकिन कैसे करूं?

वो बोलते बोलते अपने लंड को आगे पीछे कर रहा था. मेरा दर्द अब कुछ कम हो गया और मैं भी अब गांड हिलाते हुए सनी का साथ देने लगी.

वो भी पूरे जोश में आ गया था और उसने अपनी स्पीड को बढ़ा दिया.

मैं भी अब सातवें आसमान की सैर कर रही थी और उसका पूरा साथ दे रही थी.

हम दोनों ऐसे ही लगे थे.

करीब 20 मिनट बाद वो झड़ने को आया और उसने अपनी स्पीड और ज्यादा बढ़ा दी.

मैं भी जोर जोर से गांड हिलाने लगी. जिससे हम दोनों को खूब मस्ती आ रही थी.

वो गपागप मेरी गांड फाड़ रहा था और मैं भी पूरे जोश में फड़वा रही थी.

करीब 5 मिनट बाद वो स्खलन को आया और मुझे रंग बिरंगी गालियां देने लगा- साली कुतिया तेरी गांड फाड़ दूंगा … आह मेरी रंडी.
मैं भी गाली का जवाब गाली से देने लगी- फाड़ दे साले मेरी गांड को … बना ले मुझे अपनी रंडी.

ऐसे ही गालियों का दौर चलता रहा और सनी के लंड से गर्मागर्म धार निकल पड़ी और मेरी गांड उसके स्पर्म से लबालब होकर तृप्त हो गयी.
सनी मेरी पीठ के ऊपर ही निढाल होकर सो गया.

Post a Comment

0 Comments